संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। सत्र को तय कार्यक्रम के मुताबिक कल यानी 13 दिसंबर को समाप्त होना था। हालांकि, इसे एक दिन पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा। सत्र के दौरान राज्यसभा में सिर्फ 47.9 फीसदी काम हो पाया। सभापति वेंकैया नायडू ने इस पर नाराजगी जाहिर की। नायडू ने सांसदों को सामूहिक रूप से चिंतन करने और व्यक्तिगत आत्मनिरीक्षण करने को कहा।
नायडू ने कहा कि सांसद सामूहिक रूप से चिंतन और व्यक्तिगत रूप से आत्मनिरीक्षण करें कि सत्र किस तरह से गुजरा है। नायडू ने कहा क सदन का शीतकालीन सत्र आज समाप्त हो रहा है। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी नहीं हो रही है कि सदन ने अपनी क्षमता से बहुत कम काम किया है। मैं आप सभी से सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से चिंतन करने और आत्मनिरीक्षण करने का आग्रह करता हूं कि क्या यह सत्र अलग और बेहतर हो सकता था।