रेलवे सफर के दौरान बैग, मोबाइल या लैपटॉप चोरी होने या खोने पर उसकी भरपाई करेगी। इसके लिए भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने यात्रियों के इन सामानों का इंश्योरेंस करने की योजना तैयार की है। उम्मीद है कि रेल मंत्री जल्द ही इस योजना की घोषणा करेंगे।
आईआरसीटीसी के आला अधिकारी बताते हैं कि फिलहाल इंश्योरेंस का लाभ उन यात्रियों को मिलेगा, जो ऑनलाइन टिकट बुक कराएंगे। मोबाइल, लैपटॉप व बैग वगैरह के इंश्योरेंस को लेकर निजी कंपनियों से बात चल रही है।
इसमें ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिरों के साथ स्टेशन व सरकुलेटिंग एरिया के पैसेंजरों को भी इसका लाभ मिलेगा, बशर्ते उनके पास आरक्षित टिकट हो। सूत्रों का कहना है कि योजना के पहले चरण में मोबाइल फोन व लैपटॉप को शामिल किया जाएगा। इसके लिए इंश्योरेंस कीमत पर मंथन चल रहा है।
ट्रेन में सामान चोरी होने की सूचना पहले कोच अटेंडेंट या कंडक्टर को देना होता है। इसके बाद जीआरपी में मामला दर्ज कराया जाता है। पर, चोरी गए मोबाइल व लैपटॉप बमुश्किल ही मिल पाते हैं। ऐसे में इन सामानों को इंश्योरेंस होने से यात्रियों को राहत मिलेगी। पर, इंश्योरेंस के लिए यात्रियों को पुलिस से एफआईआर व नॉन ट्रेसेबल सर्टिफिकेट लेना होगा। इसमें करीब तीन महीने लगते हैं।
रेलवे की ओर से इंश्योरेंस की सुविधा फिलहाल ऑनलाइन टिकट खरीदने वाले यात्रियों को मिल रही है। पर, जल्द ही इसमें अनारक्षित श्रेणी के टिकटों यानी जनरल श्रेणी के यात्रियों को भी शामिल किया जाएगा। दूसरी ओर यात्रियों के इंश्योरेंस की कीमत बढ़ाने की तैयारी चल रही है।
संभावना है कि इसके लिए प्रत्येक यात्री से पांच रुपये लिए जा सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि ऐसा होने पर इंश्योरेंस के तहत मिलने वाले धनराशि में 20 फीसदी की वृद्धि हो सकती है।