आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले फेज में मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, शामली, अलीगढ़, मथुरा और आगरा में वोटिंग की शुरुआत हो चुकी है। इन 11 जिलों की 58 सीटों पर कुल 623 प्रत्याशी मैदान में हैं। 2.27 करोड़ लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। कोरोना संकट के दौरान इस बार का मतदान केंद्र बदला नजर आएगा। इसलिए वोट डालने जाते समय इन बातों का जरूर ख्याल रखें, क्योंकि आपकी एक गलती आप पर भारी पड़ सकती है…
- मतदान केंद्र में क्या बदलाव रहेगा?
- अब एक मतदान केंद्र पर 1500 की बजाय 1250 लोग ही वोट डाल पाएंगे।
- मतदान शुरू होने से पहले पूरे केंद्र को सैनिटाइज कराया जाएगा।
- मतदान केंद्र के प्रवेश और निकास द्वार पर सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी।
- मतदाता प्रवेश और निकास के दौरान अपने हाथों को सैनिटाइज कर सकेंगे।
- मतदान केंद्र में प्रवेश के दौरान कर्मचारी थर्मल स्क्रीनिंग से शरीर का तापमान चेक करेगा।
- अगर मतदान शरीर का तापमान निर्धारित मानक से अधिक होगा तब मतदाता को टोकन दिया जाएगा और मतदान के अंतिम घंटे में बुलाया जाएगा।
- मतदाताओं को पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर टोकन दिया जाएगा।
- पुरुष, महिला और दिव्यांगों के लिए तीन अलग-अलग लाइनें लगेंगी।मतदाताओं को दिक्कत न हो इसके लिए केंद्र के अंदर ही छायादार जगहों पर कुर्सी, दरी आदि बैठने की व्यवस्था होगी।
- कोविड से जागरूकता के लिए जगह-जगह पोस्टर लगाए जाएंगे।मतदान एजेंटों को बैठने के लिए पर्याप्त दूरी पर व्यवस्था की जाएगी।
- मतदाता रजिस्टर पर हस्ताक्षर और ईवीएम का बटन दबाने के लिए मतदाताओं को दस्ताने दिए जाएंगे।
अगर आपने कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया तो आपको ये भारी पड़ सकती है। चुनाव आयोग के मुताबिक, कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 में दर्ज अलग-अलग धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस एक्ट में एक साल तक की कैद और जुर्माने या फिर दोनों का प्रावधान है। दोष-सिद्ध पर दो वर्ष तक की सजा का प्रावधान है।