वाराणसी, 4 मई 2025, रविवार। काशी की पावन धरती पर मादक पदार्थों के खिलाफ पुलिस ने एक ऐसी जंग छेड़ी, जिसने नशा माफिया के होश उड़ा दिए! मंडुवाडीह थाने से बस 200 मीटर की दूरी पर, सरकारीपुरा में एक पांच मंजिला मकान में छिपा था नशे का काला साम्राज्य। लेकिन वाराणसी पुलिस की पैनी नजर और ड्रोन की मदद से इस गोरखधंधे का पर्दाफाश हो गया।
ADCP काशी जोन सरवणन टी और ACP चेतगंज गौरव कुमार की अगुवाई में पुलिस ने हाई-टेक ऑपरेशन चलाया। ड्रोन और सर्विलांस के दम पर दो सगे भाइयों, देवेंद्र मिश्रा और महेंद्र मिश्रा, को धर दबोचा गया, जो लंबे समय से नशे का जाल बुन रहे थे। ये भाई लखनऊ, सुल्तानपुर समेत कई जिलों में अपने काले कारोबार को फैला चुके थे और उनके खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज थे।
रेड के दौरान पुलिस ने मकान से 25 बोतल अवैध शराब, सवा किलो गांजा, कोकीन की पैकिंग सामग्री, पैकिंग मशीन, हथियार और खतरनाक MDMA जैसे पदार्थ बरामद किए। ड्रोन ने एक आरोपी को सबूत मिटाने और मोबाइल फेंकने की कोशिश करते हुए भी कैद कर लिया, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
रविवार को मामले की जानकारी देते हुए ADCP काशी जोन सरवणन टी ने बताया कि यह ऑपरेशन सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि नशा माफिया के खिलाफ वाराणसी पुलिस की तकनीकी ताकत और साहस का प्रतीक है। थाने की नाक के नीचे चल रहे इस रैकेट को खत्म कर पुलिस ने साफ कर दिया कि अब नशे के सौदागरों की खैर नहीं! यह कार्रवाई न सिर्फ वाराणसी, बल्कि पूरे क्षेत्र में नशा तस्करों के लिए एक कड़ा संदेश है – पुलिस की ड्रोन भरी नजर और मजबूत पकड़ से कोई नहीं बच सकता!