वाराणसी, 8 जनवरी 2025, बुधवार। वाराणसी के मुस्लिम बाहुल्य इलाके मदनपुरा में स्थित सिद्धिश्वर महादेव मंदिर के कपाट को बुधवार को खुलवाया गया। यह मंदिर मदनपुरा के गोल चबूतरा इलाके में स्थित मकान नंबर डी-31/65 के पास स्थित है। मंदिर के कपाट खुलने के बाद, यहां पर साफ-सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। मंदिर में खंडित तीन विग्रह मिले हैं, जो सभी शिवलिंग हैं। इन विग्रहों की खोज के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि यह मंदिर एक प्राचीन शिव मंदिर है। प्रशासन की ओर से मंदिर की साफ-सफाई करवाई गई है और यहां पर पूजा की व्यवस्था भी की जा रही है।
खरमास बीतने के बाद, मंदिर में शिवलिंग स्थापित करने के साथ ही पूजा भी शुरू की जाएगी। यह मंदिर वाराणसी के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल होगा और यहां पर श्रद्धालुओं का आगमन होगा। बता दें, यह मंदिर मदनपुरा के गोल चबूतरा इलाके में स्थित मकान नंबर डी-31/65 के पास स्थित है। 17 दिसंबर को इस मंदिर को बंद पाया गया था, जिसके बाद सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ता मंदिर में पूजा शुरू कराने पहुंचे थे।
हालांकि, प्रशासन ने स्वामित्व की जांच का हवाला देते हुए मामला शांत कर दिया था। लेकिन 6 जनवरी को सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ता और बंगाली महिलाओं का समूह गोदौलिया चौराहे पर पहुंच कर शंखनाद करके प्रशासन को जगाने के लिए प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया था।
इस प्रदर्शन के बाद, जिला प्रशासन ने दस्तावेज की जांच की, जिसमें यह पाया गया कि मंदिर एक सार्वजनिक स्थल है। मंदिर से सटे भवन को मुस्लिम परिवार को बेचा गया था, लेकिन मंदिर की जमीन का स्वामित्व अभी भी विवादित है। अब, मंदिर के कपाट खुलने के बाद, यहां पर साफ-सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।