राजस्थान के कोटा में सरकारी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में डॉक्टरों की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां डाक्टरों ने अपने बेटे का इलाज कराने आए 60 वर्षीय पिता को ऑपरेशन थियेटर के अंदर बुलाया, एनेस्थीसिया दिया और हाथ पर छह टांके लगाकर बाहर भेज दिया। जबकि उन्हें किसी तरह की कोई बीमारी ही नहीं थी।
पीड़ित व्यक्ति को नहीं दिया बोलने का मौका
पीड़ित बोलने की कोशिश करता रहा मगर उसकी बात ही नहीं सुनी गई। कुछ देर बाद जब उन्हें ऑपरेशन थियेटर से बाहर भेजा गया और होश आया तो पूरा मामला समझ में आया।
उसके बाद पीड़ित पिता-पुत्र बीते तीन दिनों से मामले की शिकायत करने के लिए अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन किसी ने नहीं सुनी, आखिकार मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य संगीता सक्सेना के पास बुधवार को पहुंचे तो उन्होंने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की।
ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक डॉ. राजेंद्र मावर ने इस बारे में बात करने से इन्कार कर दिया। जानकारी के अनुसार मनीष के पैर की 12 अप्रैल को प्लास्टिक सर्जरी होनी थी। इस कारण 60 वर्षीय पिता जगदीश उसको अस्पताल लेकर गए थे। वह मनीष को दूर बिठाकर खुद ऑपरेशन थिएटर के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
जबरन दे दिया एनेस्थीसिया
इसी बीच ऑपरेशन थियेटर के अंदर से नर्सिंगकर्मियों ने जगदीश नाम से आवाज लगाई तो पिता उनके पास पहुंचे। नर्सिंगकर्मी जगदीश को ऑपरेशन थिएटर के अंदर ले गए और जबरन बिस्तर पर लिटाकर एनेस्थीसिया दे दिया, वह बोलने की कोशिश करते रहे, लेकिन उनकी एक भी बात नहीं सुनी गई। चिकित्सक ने बेहोशी की स्थिति में उनके हाथ में चीरा लगाकर छह टांके लगा दिए।