मेट्रो यात्रियों को परिवहन की बेहतर सुविधा मुहैया करने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने एक और कदम बढ़ाया है। मेट्रो स्टेशनों के आसपास 300 मीटर के दायरे में सभी परिवहन विकल्पों को एकीकृत किया जाएगा। ऑटो, टैक्सी, ई-रिक्शा, फीडर बस के लिए पार्किंग, साइकिल और पैदल चलने वालों के लिए अलग क्षेत्र होंगे।
यात्रियों के लिए पिक-ड्रॉप की सुविधा सहित इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग का इंतजाम भी होगा। 10 स्टेशनों को मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन (एमएमआई) की सुविधा से लैस किया जाएगा। इससे यात्रियों को कम समय में अधिक दूरी तक के सफर में तमाम परिवहन साधनों का इस्तेमाल करना बेहद आसान हो जाएगा। दिल्ली मेट्रो के 96 स्टेशनों पर एमएमआई की सुविधा मुहैया करने की योजना है।
फिलहाल 61 स्टेशनों पर निर्माण कार्य तकरीबन पूरा हो चुका है। यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी और परिवहन के लिए जरूरी साधनों की मांग को देखते हुए सभी शहरी परिवहन सुविधाओं को एकीकृत किया जा रहा है। डीएमआरसी ने फिलहाल 10 स्टेशनों के लिए एमएमआई की सुविधा विकसित करने के लिए टेंडर किया है। करीब 24.28 करोड़ की लागत से विकसित किए जाने वाले स्टेशनों पर एमएमआई की सुविधा के साथ इनका सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।
यात्रियों की सुविधा के लिए ऑटो, टैक्सी के लिए पिक अप और ड्रॉप प्वाइंट, पार्किंग, पैदल पथ व दुपहिया वाहनों के लिए अलग-अलग क्षेत्र होंगे। बेहतर यातायात प्रबंधन के लिहाज से अंतिम छोर तक की पहुंच को आसान बनाने के लिए सड़कों की चौड़ाई के मुताबिक फीडर बसों के लिए पार्किंग के अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग की सुविधा होगी।
डीएमआरसी की ओर से 10 स्टेशनों पर एमएमआई की सुविधाएं विकसित की जाएगी। इनमें जनकपुरी, उत्तम नगर पश्चिम, द्वारका मोड़, नेहरू प्लेस, नवादा, शाहदरा, शास्त्री पार्क, शास्त्री नगर, जहांगीरपुरी, करोल बाग स्टेशन शामिल हैं। शहरी परिवहन सुविधाओं के एकीकरण से दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल अधिक होगा और यात्रियों को बेहतर सहूलियत मिलेंगी।
25 स्टेशनों की एमएमआई के लिए पहचान की गई है। इसके लिए प्रस्ताव पर मंजूरी मिलने का इंतजार है। डीएमआरसी के प्रमुख कार्यकारी निदेशक (संचार) अनुज दयाल के मुताबिक, सार्वजनिक परिवहन के सभी विकल्पों को एकीकृत करने से मेट्रो, बस, ऑटो, टैक्सी सहित किसी भी परिवहन साधन का उपयोग करना सुलभ हो जाएगा। इससे यात्रियों को कम वक्त में तमाम परिवहन विकल्पों का फायदा मिल सकेगा। दूसरी एजेंसियों के साथ डीएमआरसी की ओर से एमएमआई परियोजनाओं को अमली जामा पहनाया जाएगा।