मेरठ, 28 अक्टूबर 2024, सोमवार। मेरठ के कोतवाली थाना क्षेत्र में पुलिस और आपूर्ति विभाग की संयुक्त कार्रवाई में एक अवैध गैस रिफिलिंग प्लांट का पर्दाफाश हुआ है। इस प्लांट से 176 घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेंडर बरामद किए गए, जो एक किराए के मकान में रिहायशी इलाके के बीच अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। गोलाकुंआ जिस मकान में गैस की रिफिलिंग होते हुए पकड़ी गई, वहां से महज 400 मीटर की दूरी पर पेट्रोल पंप है। इसके साथ आजादनगर से लेकर लिसाड़ी रोड तक बड़े प्रतिष्ठान और संस्थान भी हैं। इस मकान से 500 मीटर की दूरी पर ही करीब 20 हजार की घनी आबादी है। यदि रिफिलिंग के कारण कोई धमाका हो जाता या आग लग जाती तो इतनी आबादी खतरे में पड़ सकती थी। दीपावली पर आतिशबाजी के दौरान तो ऐसे खतरे की आशंका और बढ़ जाती है।
गैस सिलेंडर रिफिलिंग का यह अवैध धंधा पिछले दो साल से चल रहा था, जिसमें साद और उसके दो सहयोगी, दिलशाद और नईम शामिल थे। इन लोगों ने प्रेशर मशीन और पाइप की मदद से घरेलू सिलेंडरों को रिफिल कर बाजार से कम कीमत पर बेचना शुरू कर दिया था। मिली जानकारी के अनुसार, इन सिलेंडरों को रेस्टोरेंट, रेहड़ी, ठेले, और कुछ घरों में भी सप्लाई किया जा रहा था। इस अवैध गतिविधि से आसपास के लोगों की जान को भी खतरा था। पुलिस की कार्रवाई के दौरान यह खुलासा हुआ कि प्लांट में प्रेशर मशीन का उपयोग करके सिलेंडरों में गैस के बजाय हवा भरी जा रही थी। आपूर्ति विभाग ने जानकारी दी कि कुछ गैस एजेंसियों के साथ साठगांठ की भी संभावना है और उन्हें चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मौके पर प्लांट को सील कर दिया गया है, और आगे की जांच जारी है।