लखनऊ, 25 नवंबर 2024, सोमवार। उत्तर प्रदेश उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि बसपा अब कोई उपचुनाव नहीं लड़ेगी। मायावती का कहना है कि ईवीएम के जरिये फर्जी वोट डाले जा रहे हैं। मायावती ने कहा कि जब तक चुनाव आयोग उपचुनावों में फर्जी वोट्स को रोकने का पूरी व्यवस्था नहीं करती, तब तक बसपा देश में कोई उपचुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने कहा कि पहले देश में बैलट पेपर के जरिए चुनाव कराए जाते थे, लेकिन अब ईवीएम के जरिए भी फर्जी वोट डाले जा रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए बड़े दुख और चिंता की बात है।
मायावती की चेतावनी: बसपा समर्थकों को विरोधी पार्टियों की साजिश से सावधान रहना होगा
उन्होंने यह भी कहा कि बसपा के समर्थकों को विरोधी पार्टियों की साजिश से सावधान रहना चाहिए। मायावती ने कहा कि विरोधी पार्टियां बसपा के समर्थकों को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन बसपा के समर्थकों को अपनी एकता और संगठन को मजबूत बनाना होगा। मायावती ने यह भी कहा कि बसपा के समर्थकों को अपने मतों का सही उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि बसपा के समर्थकों को अपने मतों को विरोधी पार्टियों के पक्ष में नहीं करना होगा, बल्कि बसपा के उम्मीदवारों को जिताने के लिए काम करना होगा। मायावती ने यह भी कहा कि बसपा के समर्थकों को समाज में फैली जातिवादी और सांप्रदायिक भावनाओं से सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि बसपा के समर्थकों को समाज में एकता और सौहार्द को बढ़ावा देना होगा।
बसपा की शर्मनाक हार: यूपी उपचुनाव में नहीं खुला खाता, 2024 लोकसभा चुनाव में भी फ्लॉप
उत्तर प्रदेश उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की शर्मनाक हार हुई है। बसपा ने सभी 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उसे जीत कहीं नसीब नहीं हुई। कई सीटों पर बसपा को महज 1000 के आसपास वोट मिले, जो उसकी खराब स्थिति को दर्शाता है। बसपा को सभी 9 सीटों पर कुल 1 लाख 32 हजार 929 वोट मिले, जो उसकी उम्मीदों के विपरीत है। यह हार बसपा की कमजोर स्थिति को दर्शाती है और यह सवाल उठाती है कि क्या बसपा अब उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
इसके अलावा, 2024 के लोकसभा चुनाव में भी बसपा अपना खाता नहीं खोल सकी, जो उसकी कमजोर स्थिति को और भी दर्शाता है। यह बसपा के लिए एक बड़ा झटका है और उसे अपनी रणनीति और कार्यशैली में बदलाव करने की जरूरत है।