वाराणसी, 17 मई 2025, शनिवार। वाराणसी के सारनाथ में एक महिला की जिंदगी उस वक्त नर्क बन गई, जब उसकी बेहद निजी तस्वीरें और वीडियो किसी साइबर शैतान ने ऑनलाइन डेटिंग एप ‘Hell YO’ पर वायरल कर दिए। कल्पना कीजिए, आपका फोन दिन-रात अनजान नंबरों से बज रहा हो, व्हाट्सएप पर अश्लील वीडियो कॉल्स की बाढ़ आ रही हो, और फिर आपको पता चले कि आपकी बेटी को स्तनपान कराने जैसी निजी तस्वीरें इंटरनेट पर तैर रही हैं! यही दर्दनाक हकीकत है इस महिला की, जिसने अब सारनाथ पुलिस में इस साइबर अपराध के खिलाफ जंग छेड़ दी है।
16 अप्रैल से शुरू हुआ आतंक
यह डरावना सिलसिला 16 अप्रैल, 2025 को शुरू हुआ, जब महिला के फोन पर अनजान नंबरों से कॉल्स की झड़ी लग गई। पहले तो उसने इन्हें नजरअंदाज किया, लेकिन जब व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल्स और सुबह-शाम बिना रुके फोन आने लगे, तो मामला हाथ से निकल गया। महिला और उनके पति, दोनों सम्मानित सरकारी नौकरी में हैं। उन्होंने हिम्मत जुटाकर कुछ कॉलर्स से बात की, और तब जाकर यह खौफनाक राज खुला।
एक कॉलर ने बताया कि डेटिंग एप ‘Hell YO’ पर महिला का फर्जी प्रोफाइल बनाया गया है, जो कथित तौर पर ढाई साल पुराना है। इस प्रोफाइल में न सिर्फ उनकी और उनके पति की तस्वीरें थीं, बल्कि उनकी मासूम बेटी की तस्वीरें भी थीं—यहां तक कि स्तनपान कराने जैसी बेहद संवेदनशील तस्वीर भी बेशर्मी से अपलोड की गई थी। यह सुनकर महिला और उनका परिवार सदमे में डूब गया।
सम्मान पर तलवार, मानसिक यातना
“हमारी समाज में इज्जत थी, लेकिन अब हर कॉल के साथ डर लगता है,” महिला ने पुलिस को अपनी तहरीर में लिखा। “मेरे पति और मैं रातों को सो नहीं पाते। यह मानसिक यातना असहनीय है।” इस साइबर अपराध ने न सिर्फ उनकी निजता को तार-तार किया, बल्कि उनके परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा पर भी गहरी चोट पहुंचाई। महिला ने पुलिस से गुहार लगाई कि इस घिनौने अपराधी को पकड़ा जाए और फर्जी प्रोफाइल को तुरंत डिलीट किया जाए।
पुलिस ने कसी कमर, जल्द होगा खुलासा?
सारनाथ पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। थानाध्यक्ष विवेक कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आईटी एक्ट की धारा 67A के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस उस मोबाइल नंबर को ट्रेस कर रही है, जिससे यह फर्जी प्रोफाइल संचालित हो रहा है। “हम जल्द ही इस साइबर शैतान को पकड़ लेंगे,” थानाध्यक्ष ने दावा किया। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह कार्रवाई पीड़ित परिवार को उनकी खोई इज्जत और मानसिक शांति वापस दिला पाएगी?
साइबर जंगल का खतरनाक खेल
यह मामला इंटरनेट की अंधेरी गलियों में छिपे खतरों की एक चीखती मिसाल है। ऑनलाइन डेटिंग एप्स, जो प्यार और रिश्तों का वादा करते हैं, अब साइबर अपराधियों के लिए खेल का मैदान बन चुके हैं। खासकर महिलाएं इन शैतानों का आसान शिकार बन रही हैं। यह घटना हर उस शख्स के लिए खतरे की घंटी है, जो अपनी तस्वीरें या निजी जानकारी ऑनलाइन साझा करता है।
क्या सारनाथ पुलिस इस साइबर राक्षस को पकड़ पाएगी? क्या पीड़ित महिला को इंसाफ मिलेगा, या यह मामला भी डिजिटल दुनिया के काले भंवर में खो जाएगा? यह कहानी न सिर्फ एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि हमारे समाज के लिए एक बड़ा सवाल भी है—जब हर क्लिक के पीछे खतरा मंडरा रहा हो, तो क्या हम इस डिजिटल युग में अपनी निजता और सम्मान की रक्षा कर पाएंगे, या फिर ये साइबर शैतान हमारी जिंदगियों को यूं ही निगलते रहेंगे?