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Friday, November 22, 2024

आईपीएस से विधायक बने योगी के मंत्री का सीधा मैसेज… गोली का जवाब गोली!

प्रयागराज, 24 सितंबर। दलित समाज से ताल्‍लुक रखने वाले असीम अरुण ऐसे आईपीएस अफसर हैं, जिन्‍होंने न केवल पुलिस प्रशासन की साफ सुथरी छवि बनाने की भरपूर कोशिश की, बल्कि आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ पुलिस की रणनीति तैयार की और एटीएस कमांडो की मदद से लखनऊ में आईएसआईएस के कुख्यात आतंकवादी को भी मार गिराया था। तो वहीं, यूपी में एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाले लोगों का काउंटर असीम अरुण ने पुलिसिया अंदाज में किया। एनकाउंटर पर हो रही राजनीति पर मंत्री असीम अरुण ने कहा कि योगी सरकार की पहचान कानून व्यवस्था से होती है और सरकार हो या पुलिस अपराधियों को छोड़ेगी नहीं।

खाकी उतारकर खादी पहने योगी के मंत्री ने बड़े ही बेबाक़ी अंदाज़ में कहा कि अपराधी जब पुलिस पर हमला करेंगे तो गोली का जवाब गोली से मिलेगा। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से यूपी में हो रहे एनकाउंटर को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव लगातार योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। पुलिस व बदमाशों के बीच मुठभेड़ को लेकर सियासी पारा तब और ज्यादा चढ़ गया, जब बीते पांच सितंबर को पहले आरोपी मंगेश यादव मुठभेड़ में मारा गया था, जिसके बाद 23 सितंबर की सुबह डकैती में शामिल रहे एक और आरोपी अमेठी निवासी अनुज प्रताप सिंह का अंजाम भी वही हुआ।

योगी के मंत्री अखिलेश के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमला बोला। संविधान खत्म करने के सियासी मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि आज कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी अमेरिका में जाकर कहते हैं कि समय आने पर आरक्षण को कांग्रेस पार्टी समाप्त कर सकती है। ये चार माह पहले चिल्ला कर कह रहे थे कि आरक्षण और संविधान बीजेपी खत्म कर देगी। बीजेपी सविधान की रक्षा के लिए संकल्पित है। सबका साथ-सबका विश्वास और सबका विकास पार्टी का संकल्प है।

असीम अरुण फूलपुर विधानसभा उपचुनाव के तहत भाजपा समरसता सम्मेलन के आयोजन में पहुंचे थे। एनकाउंटर के साथ ही प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने सपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार के भी एक-एक धागे खोल दिए। दरसल, भारतीय जनता पार्टी फूलपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है। पार्टी किसी भी तरह की कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाह रही है। इस सीट पर बीजेपी का कब्जा था। यहां से प्रवीण पटेल विधायक थे। उनके सांसद बनने के बाद सीट खाली हुई है, जिसके बाद यहां उपचुनाव होगा। चार लाख से अधिक वोटर्स वाली फूलपुर विधानसभा सीट में सबसे अधिक मतदाता दलित समुदाय से हैं। यही वजह है कि बीजेपी यहां अपने दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले प्रमुख नेताओं से कई सम्मलेन कराकर अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है। बता दें कि असीम अरुण के पिता श्रीराम अरुण यूपी पुलिस के मुखिया रह चुके हैं। असीम अरुण 1994 बेंच के IPS अधिकारी हैं। दलित समाज से आने वाले असीम अरुण को यूपी पुलिस का तेज तर्रार अफसर माना जाता है।

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