वाराणसी, 7 अक्टूबर 2024, सोमवार। काशी विश्वनाथ धाम में पहली बार शिव के अंगनाई में रामलीला का मंचन हो रहा है, तो दूसरी ओर शक्ति की आराधना की जा रही है। धाम में पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा का अनुभव हो रहा है।
बंगाली परपंरा में खूब मशहूर धुनुची नृत्य का आयोजन मंदिर चौक पर किया गया। कहते हैं धुनुची नाच से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और मन मांगा आशीर्वाद देती हैं। इस डांस को खास तौर पर नवरात्रि के मौके पर ही किया जाता है।
धुनुची डांस एक बेहद अनूठा नृत्य है, जिसे दुर्गा पूजा के दौरान खासतौर से किया जाता है। यह एक पारंपरिक नृत्य है जिसमें नर्तक एक धुनुची नामक बर्तन को अपने सिर पर संतुलित करते हुए नृत्य करते हैं।
धुनुची मिट्टी का बना एक बर्तन होता है, जिसमें धूप, नारियल की जटाएं और अन्य हवन सामग्रियां जलाई जाती हैं, जिससे बड़ी लुभावनी खुशबू आती है। ऐसा माना जाता है कि इस सुगंध से देवी प्रसन्न होती हैं। इसलिए देवी के सामने धुनुची नृत्य किया जाता है।