वाराणसी, 13 सितंबर 2025: बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुक्रवार देर रात काशी पहुंचे। उन्होंने मणिकर्णिका घाट पर अपने दादा गुरुजी के शवदाह स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की और सतुआ बाबा आश्रम में रात बिताकर ध्यान किया। भोर में गंगा स्नान के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से खुलकर बातचीत की और सनातन धर्म, हिंदू राष्ट्र, और समसामयिक मुद्दों पर बेबाकी से विचार रखे।
‘भगवाधारी राजनेता क्यों नहीं?’
जब उनसे पूछा गया कि राजनेता भगवा धारण कर रहे हैं, तो उन्होंने तंज भरा जवाब दिया, “जब चोर, उचक्के और मर्डरर राजनेता हो सकते हैं, तो भगवाधारी क्यों नहीं? यूपी में योगी बाबा भगवाधारी हैं और बहुत अच्छे हैं। मैं उनका समर्थन करता हूं। जिसे दिक्कत हो, मेरी हवेली पर आ जाए।”
चमत्कार पर सवाल, दिया यह जवाब
चमत्कारों पर उठते सवालों पर शास्त्री ने कहा, “हमने कभी नहीं कहा कि हम किसी को दौड़ा देंगे या उड़ा देंगे। हम भविष्य सुधारने की बात करते हैं। हनुमान भक्ति से अगर हिंदुओं का धर्मांतरण रुक रहा है, तो यह चमत्कार हर घर में होना चाहिए।”
प्रेमानंद महाराज पर बोले
जगद्गुरु रामभद्राचार्य के प्रेमानंद महाराज पर बयान के सवाल पर शास्त्री ने कहा, “प्रेमानंद जी अद्भुत महात्मा हैं। उनके शिष्यों से गंगा किनारे बात हुई। कोई वैमनस्यता नहीं है। जल्द उनकी शरण में जाऊंगा। सभी संत और सनातनी एक हैं। जो ताली पीट रहे हैं, उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।”
‘हम किसी पार्टी के नहीं, सनातन के लिए हैं’
भाजपा के लिए काम करने के आरोप पर शास्त्री ने कहा, “हम युगांडा और लंदन में भी कथा कह चुके हैं, वहां भाजपा नहीं है। गुरु किसी एक का नहीं, सभी का होता है। हम सिर्फ सनातन, हिंदुत्व और मानवता की बात करते हैं। जो इसके लिए जिए, हम उसके साथ हैं।”
मां पर बयानबाजी निंदनीय
बिहार में प्रधानमंत्री की मां पर हो रही राजनीति पर उन्होंने कहा, “मां के खिलाफ बोलना निंदनीय है। माता सभी की पूजनीय होती हैं। मैं किसी राजनेता के बयान पर टिप्पणी नहीं करता।”
काशी यात्रा और हिंदू राष्ट्र की बात
शास्त्री ने बताया कि वे हर साल मणिकर्णिका घाट पर रात बिताते हैं, जहां उनके दादा गुरुजी का देहांत हुआ था। उन्होंने कहा, “2010 से मणिकर्णिका घाट से हमारा लगाव है। हर साल भगवान विश्वनाथ की शरण में एक रात बिताते हैं।” हिंदू राष्ट्र पर उन्होंने कहा, “जिस राष्ट्र का राजा सनातनी हो, वहां की प्रजा भी सनातनी होती है। मोदी जी ने काशी कॉरिडोर और ब्रज में ठाकुर जी की व्यवस्था से सनातन को गति दी।”
बांग्लादेश-नेपाल पर चिंता, हिंदू राष्ट्र की वकालत
बांग्लादेश और नेपाल की घटनाओं पर शास्त्री ने कहा, “हिंदू विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हुआ। नेपाल को फिर से हिंदू राष्ट्र होना चाहिए। भारत भी जल्द हिंदू राष्ट्र बने।”
सनातन हिंदू एकता पदयात्रा
शास्त्री ने अपनी आगामी ‘सनातन हिंदू एकता’ पदयात्रा के बारे में बताया, जो 7 नवंबर को दिल्ली से शुरू होकर 16 नवंबर को वृंदावन पहुंचेगी। 170 किमी की यह यात्रा 10 दिनों में पूरी होगी। उन्होंने काशीवासियों से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की।
सनातन संस्कृति के लिए संकल्प
शास्त्री ने कहा, “हम गाय माता को राष्ट्र माता और सनातनी संस्कृति को सुरक्षित देखना चाहते हैं। हिंदू-मुसलमान की लड़ाई खत्म हो, सामाजिक समरसता हो।” उनकी यह काशी यात्रा और बयान सनातन धर्म के प्रति उनके समर्पण को दर्शाते हैं।