वाराणसी, 28 मार्च 2025, शुक्रवार। पश्चिम बंगाल के कोलकाता की रहने वाली मधुमिता सन्याल, जो अपने पति दीपक सन्याल के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए आई थीं, के साथ 27 मार्च की दोपहर एक दुखद घटना घटी। दर्शन कर लौटते वक्त गोदौलिया के पास एक उचक्के ने उन्हें धक्का देकर उनका बैग छीन लिया और फरार हो गया। बैग में 40 हजार रुपये नकद और एक सोने का कंगन था, जो उनके लिए कीमती था। इस घटना से आहत मधुमिता ने तुरंत स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन थाना प्रभारी ने न तो मामला दर्ज किया और न ही जांच की जहमत उठाई।
पीड़िता ने हार नहीं मानी और वरिष्ठ अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाई। इसके बाद 28 मार्च को अधिकारियों की फटकार के चलते आखिरकार मुकदमा दर्ज हुआ। यह घटना दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में हुई, जहां आए दिन श्रद्धालुओं के साथ छिनैती और लूटपाट की वारदातें सामने आती हैं। फिर भी पुलिस की निष्क्रियता और लापरवाही बदस्तूर जारी है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल बार-बार सख्त निर्देश दे रहे हैं, लेकिन थानेदारों की उदासीनता के कारण अपराध पर लगाम नहीं लग पा रही। इससे न केवल स्थानीय कानून व्यवस्था की साख दांव पर लग रही है, बल्कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के मन में भी असुरक्षा की भावना घर कर रही है।