बांग्लादेश में हिन्दू समाज के साथ हो रहे अत्याचार पर भारत के साधु-संतों ने गंभीर चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार से इस संबंध में ठोस कदम उठाने की मांग की। संतों ने कहा कि जरूरत पड़ने पर संत समाज बांग्लादेश कूच करने को भी तैयार है। तो वहीं, बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में हिंदू संगठनों द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान महाराष्ट्र के जलगांव और नासिक शहर में तनाव पैदा हो गया। एक अधिकारी ने बताया, जलगांव में सकल हिंदू समाज नामक संगठन के विरोध मार्च के दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने एक वाहन शोरूम पर पत्थर फेंके। जिससे इलाके में तनाव फैल गया। दरअसल, बंद का उल्लंघन करते हुए कुछ दुकानें खुली हुई पाई गई थीं। पुलिस ने बताया कि जब सकल हिंदू समाज के सदस्यों ने उन दुकानों को बंद करने की अपील की तो दो समूहों के बीच बहस शुरू हो गई, जो जल्द ही झड़प में बदल गई, जिसके दौरान पथराव किया गया और कुछ वाहनों को नुकसान पहुंचा।
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रण में किया। नासिक के पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक ने कहा कि स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के छह गोले और रबर की एक गोली चलाई गई। इससे करीब छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के जवानों सहित पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
इधर, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और सोशल मीडिया के माध्यम से आ रही तस्वीरों को देखते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है और मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वहां हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं और उनके प्रतिष्ठानों को जलाया जा रहा है। उनकी हत्याएं की जा रही हैं। महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले नहीं रुके, तो भारत का संत समाज जरूरत पड़ने पर बांग्लादेश कूच के लिए भी तैयार है। श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्री मंहत पुरी ने कहा कि इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाए और बांग्लादेश को कड़ी चेतावनी दे, जिससे बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।