देवघर, 9 अगस्त 2025: झारखंड के देवघर स्थित प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम मंदिर के गर्भगृह में कथित तौर पर जबरन प्रवेश करने के आरोप में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी के खिलाफ स्थानीय थाने में FIR दर्ज की गई है। यह कार्रवाई पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पूर्व महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर की शिकायत पर 7 अगस्त को की गई।
शिकायत के अनुसार, श्रावणी मेले के दौरान मंदिर में वीवीआईपी दर्शन और गर्भगृह में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध था। इसके बावजूद, 2 अगस्त को गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, दिल्ली सांसद मनोज तिवारी, निशिकांत के पुत्र कनिष्ककांत दुबे, उनके निजी सहायकों और कुछ स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मंदिर के प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए गर्भगृह में प्रवेश किया। ठाकुर ने आरोप लगाया कि इस दौरान मंदिर प्रशासन के नियमों की अनदेखी की गई, जिससे पवित्र स्थल की गरिमा को ठेस पहुंची।
इस मामले में सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “पूजा करने के कारण यह केस दर्ज हुआ है। मेरे खिलाफ अब तक 51 केस दर्ज हो चुके हैं। मैं देवघर एयरपोर्ट से सीधे पुलिस स्टेशन जाकर गिरफ्तारी दूंगा।” दूसरी ओर, सांसद मनोज तिवारी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है और सभी तथ्यों की गहन जांच की जा रही है। मंदिर प्रशासन ने भी इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि पवित्र स्थल पर नियमों का पालन सभी के लिए अनिवार्य है।
यह घटना स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी हुई है, और इसने धार्मिक स्थलों के प्रबंधन और वीआईपी संस्कृति को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। मामले में आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।