नई दिल्ली, 17 अगस्त 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली-एनसीआर के लिए विकास की नई सौगात दी। उन्होंने 11,000 करोड़ रुपये की लागत वाली दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं—द्वारका एक्सप्रेसवे (दिल्ली खंड) और शहरी विस्तार रोड-II (UER-II) का उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं राजधानी में यातायात की भीड़ कम करने, कनेक्टिविटी बेहतर करने और यात्रा समय में कमी लाने का वादा करती हैं।
“कृष्णमय” माहौल में उद्घाटन
रोहिणी में आयोजित एक भव्य समारोह में पीएम मोदी ने कहा, “यह परियोजना द्वारका के नाम से है, और मैं भी द्वारकाधीश की धरती से हूं। पूरा माहौल कृष्णमय हो गया है।” उद्घाटन से पहले पीएम ने एक रोड शो किया और निर्माण श्रमिकों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि अगस्त का यह महीना आजादी और क्रांति के रंगों में रंगा है, और दिल्ली विकास की क्रांति की साक्षी बन रही है।
जाम से राहत, दिल्ली बनेगी विकास का मॉडल
पीएम ने जोर देकर कहा कि ये परियोजनाएं दिल्ली, गुरुग्राम और पूरे एनसीआर के लिए गेम-चेंजर साबित होंगी। “दुनिया जब भारत को देखती है, तो उसकी नजर सबसे पहले दिल्ली पर पड़ती है। हमें दिल्ली को ऐसा विकास मॉडल बनाना है, जो विकासशील भारत की पहचान हो,” उन्होंने कहा। द्वारका एक्सप्रेसवे और UER-II से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
कचरे से सड़क, दिल्ली को स्वच्छता की सौगात
UER-II की एक अनूठी विशेषता ने सबका ध्यान खींचा। पीएम ने बताया कि इस सड़क के निर्माण में लाखों टन कचरे का वैज्ञानिक तरीके से उपयोग किया गया है। खासकर भलस्वा लैंडफिल के कचरे को सड़क निर्माण में इस्तेमाल कर दिल्ली को कूड़े के पहाड़ों से मुक्ति दिलाने की दिशा में कदम उठाया गया है। “हमारी सरकार दिल्लीवासियों को हर समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है,” पीएम ने कहा।
आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
15 अगस्त को लाल किले से दिए अपने संबोधन का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि ये परियोजनाएं आत्मनिर्भर भारत और आर्थिक विकास के आत्मविश्वास को दर्शाती हैं। दिल्ली को विकास का प्रतीक बनाने की दिशा में ये कदम ऐतिहासिक साबित होंगे।
यह उद्घाटन न केवल दिल्ली-एनसीआर के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक नई शुरुआात का प्रतीक है, जो विकास, स्वच्छता और कनेक्टिविटी के संदेश को मजबूती देता है।