नई दिल्ली, 24 सितंबर। स्वतंत्रता लोकतंत्र का मूल सिद्धांत है। सरकार, विपक्ष और मीडिया के लिए इन सिद्धांतों को बिना पक्षपात के बनाए रखना महत्वपूर्ण है। मीडिया लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लोगों को मुद्दों और सरकारी नीतियों के बारे में सूचित करता है, तो जनता की आवाज बुलंद करने के लिए एक पत्रकार को कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है। सबकी समस्याओं के समाधान का बीड़ा उठाने वाले पत्रकारों के सामने भी कई समस्याएं पैदा हो जाती है, ऐसे में दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (डीजेए) दिल्ली के पत्रकारों की समस्याओं को सरकार के समक्ष पुरजोर तरीके से रखेगी और उनके निवारण के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। डीजेए के 2024-2026 सत्र के लिए गठित कार्यकारणी की पहली बैठक एनयूजे(आई) के मुख्यालय 7, जंतर मंतर रोड, नई दिल्ली, पर आयोजित की गई। इस बैठक में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
रास बिहारी और डीजेए के मुख्य चुनाव अधिकारी अशोक किंकर ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष राकेश थपलियाल, महासचिव प्रमोद कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष नरेश गुप्ता, उपाध्यक्ष अनिता चौधरी, रामेश्वर दयाल, सचिव कृष्ण देव पाठक और प्रिय रंजन सहित कार्यकारणी के सदस्यों को कार्यभार सौंपा। एनयूजे के अध्यक्ष रास बिहारी ने दिल्ली के पत्रकारों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में डीजेए के साथ जोड़ने और पत्रकारों के हित में हमेशा संघर्षरत रहने के साथ उनकी समस्याओं को सरकार तक पंहुचाने और उन्हे दूर करने में पूरी ताकत झोंकने पर जोर दिया।
डीजेए अध्यक्ष राकेश थपलियाल, महासचिव प्रमोद कुमार सिंह और कोषाध्यक्ष नरेश गुप्ता ने सभी पत्रकारों का धन्यवाद करते हुए कहा कि पत्रकारों के हित के लिए सड़क से लेकर सत्ता के गलियारों तक जमकर संघर्ष करेंगे। सत्ता में शीर्ष पर बैठे लोगों तक आम पत्रकारों की समस्याओं को पहुंचाएंगे और उनका निवारण करवाएंगे।
इस अवसर पर एनयूजे कार्यकारिणी के सदस्य मनोज वर्मा ने भी डीजेए के इतिहास का जिक्र करते हुए तन, मन और धन से अपना पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिया। डीजेए के कार्यकारिणी सदस्यों प्रतिभा शुक्ला, निवेदिता मदाने, डॉ अशोक बर्थवाल, नवीन गौतम, प्रदीप श्रीवास्तव, राजेश भासीन, आलोक मोहन नायक, अमित गौड़, मानवेंद्र कुमार, सुशील देव, कृष्ण कुमार तिवारी ने भी पत्रकारों के हित में आवाज बुलंद करने में सदेव आगे रहने का वादा किया।
डीजेए की कार्यकारिणी में यह तय किया गया कि वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए एक स्मारिका दीपावली से पूर्व प्रकाशित की जाएगी। पत्रकारिता के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा व ट्रेनिंग देने के लिए पत्रकारिता पढ़ाने वाले इंस्टीट्यूट, स्कूल व कॉलेजों से संपर्क कर उन्हें अनुभवी पत्रकार उपलब्ध कराए जाएंगे। जिससे विद्यार्थियों को बेहतर ज्ञान मिल सके।