कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने टीकाकरण बढ़ाने पर काफी जोर दिया है। इस बीच मंगलवार को दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली।
शाही इमाम बुखारी ने लोगों से टीके लगवाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद है कि लोगों में संदेश जाए कि वो भी टीका लगवाएं। किसी अफवाह पर ध्यान दिए बगैर कोरोान की वैक्सीन लगवाएं और खुद को सुरक्षित करें।
वैक्सीन लगवाने में डर रहे हैं ग्रामीण
दिल्ली के ग्रामीणों को कोरोना से बचाव वाली वैक्सीन लगवाने में डर लग रहा है। उत्तर पश्चमि दिल्ली के करीब एक दर्जन गांवों के अनेक ग्रामीण प्रशासन की पहल के बावजूद वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। प्रशासन ने इन गांवों में ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने के मामले में जागरूक करने के लिए अभियान चलाया है।
31 जुलाई तक वैक्सीन लगाने का रखा लक्ष्य
राजधानी के गांवों में बहुत कम लोगों को वैक्सीन लगी है। एक ओर बड़ी संख्या में ग्रामीण वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। दरअसल उनको वैक्सीन लगवाने में डर लग रहा है, वहीं दूसरी ओर समस्त गांवों में वैक्सीन लगाने की व्यवस्था नहीं है। उन्हीं गांवों में वैक्सीन लगाई जा रही है, जिनमें डिस्पेंसरी एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। इस कारण उत्तर पश्चिम जिला प्रशासन ने कंझावला सब डिवर्जन के गांवों में वैक्सीन लगाने के लिए अभियान आरंभ किया है। प्रशासन ने 31 जुलाई तक समस्त गांवों के निवासियों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है।
बुजुर्गों ने वैक्सीन लगवाने से मना कर दिया
कंझावला सब डिवर जन ने पंजाब खोड़ गांव से अपने अभियान की शुरूआत की। इस दौरान गांव के अनेक बुजुर्गों ने वैक्सीन लगवाने से मना कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि वैक्सीन लगवाने पर लोगों को दिक्कत होती है। इस कारण वे वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। हालांकि प्रशासन ग्रामीणों के इन तर्कों के बारे में मालूम होने के मद्देनजर अपने अभियान को कामयाब करने के लिए पूरे तामझाम के साथ गांव में पहुंचा है। प्रशासन समस्त ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक की टीम की मदद ले रहा है।
बता दें कि दिल्ली सरकार कोरोना को रोकने के लिए टीकाकरण की रफ्तार बढ़ा रही है। टीकाकरण की रफ्तार बनाए रखने के लिए जुलाई में 45 लाख खुराक की जरूरत है। आप पार्टी की विधायक आतिशी ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने केंद्र को बताया है कि शहर को जुलाई में 45 लाख खुराक चाहिए होंगी, ताकि मौजूदा टीकाकरण दर (1.5 लाख) बनी रहे।
टीकाकरण के इस अभियान में 21 जून के बाद से कोई भी व्यक्ति टीकाकरण केंद्र पर जाकर और बिना एप पर पंजीकरण किए कोरोना टीका लगवा सकता है। 21 जून के बाद से ही देश में हर दिन 66 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही थी, लेकिन रविवार को छुट्टी वाले दिन रात 11:30 बजे तक मात्र 17.05 लाख लोगों ने ही कोरोना का टीका लगवाया।