नई दिल्ली, 25 जनवरी 2025, शनिवार। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली में 27 साल तक पार्टी के सत्ता से बाहर रहने के कारण शहर को पेयजल, प्रदूषण और यमुना पुनरुद्धार जैसे मुद्दों से जूझना पड़ा। उन्होंने विश्वास जताया कि लोग आम आदमी पार्टी (आप) को सत्ता से बाहर कर उनकी पार्टी को सेवा का मौका देंगे। तिवारी ने कहा कि भाजपा के पास तीन साल के भीतर यमुना को साफ करने और इसे स्नान के लायक बनाने का रोडमैप है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में भाजपा के 27 साल तक सत्ता से बाहर रहने से शहर को नुकसान हुआ, क्योंकि उसे पेयजल, प्रदूषण और अत्यधिक प्रदूषित यमुना जैसे मुद्दों से जूझना पड़ा है।
मनोज तिवारी ने 5 फरवरी को होने वाले चुनावों में भाजपा की शानदार जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा, “सीटों की सटीक संख्या का अनुमान नहीं लगाया जा सकता, लेकिन अगर दिल्ली की जनता भाजपा को 60 सीटें देती है तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।” उन्होंने आप की राजनीति और नीतियों पर हमला करते हुए कहा कि “मुफ्त की रेवड़ी” का वादा करना इस बात की स्वीकारोक्ति है कि चुनाव पूर्व किए गए वादे पूरे नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा, “हम मुफ्त सुविधाओं का विरोध नहीं करते। हम ‘मुफ्त की रेवड़ी’ का विरोध करते हैं जो एक मुहावरा है जिसका अर्थ है ‘वादे पूरे न करना’।”
भाजपा सांसद ने कहा कि महिलाओं को 2,500 रुपये मासिक सहायता, गर्भवती माताओं को 21,000 रुपये, बुजुर्गों को 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज, नौकरानियों, ऑटो-टैक्सी चालकों के लिए बीमा कवर और उनके लिए कल्याण बोर्ड के गठन के भाजपा के वादे पार्टी को आसानी से जीत दिलाने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को भाजपा और “मोदी की गारंटी” पर भरोसा है।
दिल्ली चुनाव: ‘बिना दूल्हे की बारात’ पर भिड़ीं भाजपा-आप, मनोज तिवारी ने आप के बयान को बताया ‘बेहद आपत्तिजनक’
दिल्ली में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा नहीं करने को लेकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर तगड़ा हमला बोला है। आप ने भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान को “बिना दूल्हे की बारात” बताया, जिस पर मनोज तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मनोज तिवारी ने आप के बयान को “बेहद आपत्तिजनक” बताया और कहा कि दिल्ली को दुल्हन या घोड़ी कैसे कहा जा सकता है? उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए दिल्ली मां है और हम इसकी भव्यता को बढ़ाएंगे। तिवारी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री चेहरा उतना महत्वपूर्ण नहीं है, नीति और इरादे महत्वपूर्ण हैं।
इस मामले में भाजपा और आप के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों पार्टियां एक दूसरे पर तगड़े हमले बोल रही हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में यह मुद्दा कितना महत्वपूर्ण होगा, यह तो समय ही बताएगा।