देहरादून, 21 जुलाई 2025: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में शनिवार रात एक जंगली हाथी ने कांवड़ यात्रा के दौरान जमकर उत्पात मचाया। लच्छीवाला रेंज के अंतर्गत मणि माई मंदिर के पास कांवड़ियों के भंडारे में अचानक पहुंचे हाथी ने एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को पलट दिया और कई बाइकों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। इस घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार, शनिवार रात करीब 8:30 बजे मणि माई मंदिर के पीछे जंगल से एक नर और मादा हाथी अपने शावक के साथ सड़क पार करने के लिए निकले थे। उस समय मंदिर के पास कांवड़ियों का भंडारा चल रहा था, जहां तेज आवाज में डीजे और साउंड सिस्टम बजाया जा रहा था। कांवड़ियों की भीड़ और तेज संगीत से परेशान होकर हाथी क्रोधित हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुछ कांवड़ियों ने हाथियों को चिढ़ाने और उनके वीडियो बनाने की कोशिश की, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। गुस्साए हाथियों ने वहां खड़ी दो ट्रॉलियों को पलट दिया और एक व्यक्ति पर हमला कर उसे गड्ढे में फेंक दिया।
घटना में घायल व्यक्ति की पहचान हर्रावाला, सिद्धपुरम निवासी 45 वर्षीय संजय साहू के रूप में हुई है। संजय उस समय स्कूटी से वहां से गुजर रहे थे, जब हथिनी ने उन पर हमला किया। तेज डीजे की आवाज के कारण उनकी चीखें सुनाई नहीं दीं, लेकिन एक राहगीर ने उन्हें गड्ढे में देखकर स्थानीय सभासद मनीष धीमान को सूचित किया। मनीष ने तुरंत पुलिस और 108 एम्बुलेंस सेवा को बुलाया। घायल संजय को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। उनकी छाती की पसलियों और पैर में गहरी चोटें आई हैं, और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
स्थानीय लोगों और कांवड़ियों ने बताया कि भंडारे में डीजे की तेज आवाज से हाथी भड़क गए। कुछ लोगों ने हाथियों को भगाने के लिए और तेजी से डीजे बजाया, जिसके बाद हाथी जंगल की ओर भाग गए। हालांकि, इस दौरान एक बड़ा हादसा टल गया, क्योंकि हाथी पंडाल के अंदर नहीं घुसे।
वन विभाग की टीम को सूचना मिलने पर रेस्क्यू लीडर जितेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। डीएफओ देहरादून नीरज शर्मा के निर्देश पर हाथियों को जंगल में खदेड़ा गया। वन विभाग ने बयान जारी कर कहा कि डोईवाला क्षेत्र में हाथियों का सड़कों पर आना आम बात है, क्योंकि यह इलाका राजाजी नेशनल पार्क से सटा हुआ है। विभाग ने लोगों से वन्यजीवों के क्षेत्र में शोर-शराबा न करने और सावधानी बरतने की अपील की है।
यह घटना एक बार फिर एलिफेंट कॉरिडोर की समस्या को उजागर करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि देहरादून-ऋषिकेश हाईवे पर अक्सर हाथी सड़कों पर आ जाते हैं, जिससे यातायात बाधित होता है और हादसों का खतरा बढ़ जाता है। वन विभाग और विश्व वन्यजीव कोष (WWF) ने इस क्षेत्र में एलिफेंट कॉरिडोर के सर्वे की योजना बनाई है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें हाथी द्वारा ट्रैक्टर-ट्रॉली को पलटते हुए और लोगों के बीच मची अफरा-तफरी को देखा जा सकता है।