नई दिल्ली, 2 दिसंबर 2024, सोमवार। राहुल गांधी ने हाल ही में एक पोस्ट साझा की है, जिसमें उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर दो साल में सबसे निचले स्तर 5.4% पर आ गई है।
उन्होंने आगे कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था तब तक तरक्की नहीं कर सकती जब तक इसका फ़ायदा सिर्फ़ गिने-चुने अरबपतियों को मिल रहा हो और किसान, मज़दूर, मध्यमवर्ग और ग़रीब तरह-तरह की आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हों।
राहुल गांधी ने कुछ महत्वपूर्ण आंकड़ों का हवाला दिया है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को दर्शाते हैं:
खुदरा महंगाई दर बढ़कर 14 महीने के उच्चतम स्तर 6.21% पर पहुंच गई है।
रुपया 84.50 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।
बेरोज़गारी पहले ही 45 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ चुकी है।
पिछले 5 सालों में मज़दूरों, कर्मचारियों और छोटे व्यापारियों की आमदनी या तो ठहर गई है या काफी कम हो गई है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में कई चुनौतियाँ हैं, जिन्हें जल्द से जल्द हल करने की आवश्यकता है। राहुल गांधी ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक नई सोच चाहिए और बिज़नेसेस के लिए एक न्यू डील उसका अहम भाग होना चाहिए।