जम्मू कश्मीर में पिछले दिनों की तुलना में संक्रमित मामलों में गिरावट आई है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार अभी खतरा टला नहीं है। कोरोना परीक्षण बढ़ने से संक्रमित मामलों में वृद्धि आ सकती है और फरवरी के मध्य तक अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। इस बीच प्रदेश में 4959 नए संक्रमित मामले मिले, जिसमें जम्मू संभाग से 1394 और कश्मीर संभाग से 3565 मामले हैं। पिछले चौबीस घंटे में प्रदेश में सात लोगों की कोरोना से मौत हुई है, जिसमें कश्मीर संभाग से छह मौते हुईं। वर्तमान में प्रदेश में सक्रिय मामले 46657 हैं।
राजधानी जम्मू और श्रीनगर में प्रतिदिन संक्रमित मामलों का आंकड़ा एक हजार से नीचे आ गया है। जम्मू में वीरवार को 19 यात्रियों समेत 703 नए संक्रमित मिले। जिले में सक्रिय मामले बढ़कर 7044 पहुंच गए हैं। इस जिले में अब तक प्रदेश में सर्वाधिक 1194 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। राहत यह है कि पिछले चौबीस घंटे में लेवल 1 जीएमसी जम्मू अस्पताल में किसी संक्रमित मरीज की मौत नहीं हुई।
उधमपुर में 31, राजोरी में 68, डोडा में 162, कठुआ में 23, सांबा में 110, किश्तवाड़ में 165, पुंछ में 25, रामबन में 99 और रियासी में 8 संक्रमित मामले मिले। श्रीनगर में 841, बारामुला में 784, बडगाम में 440, पुलवामा में 135, कुपवाड़ा में 529, अनंतनाग में 299, बांदीपोरा में 130, गांदरबल में 87, कुलगाम में 295 और शोपियां में 25 संक्रमित मामले मिले।
हालांकि पिछले दिनों के मुकाबले में प्रदेश में कोरोना परीक्षण में कमी आई है। कुछ दिन पहले तक यह आंकड़ा 87 हजार तक चला गया था, जो वीरवार को 61752 रहा। इस बीच 6264 संक्रमित मरीज स्वस्थ भी हुए। जीएमसी के माइक्रोबायोलाजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. संदीप डोगरा का कहना है कि उपयुक्त व्यवहार से ही संक्रमण से बचाव किया जा सकता है। अभी संक्रमण से सतर्क रहने के साथ बचाव के सभी जरूरी उपाय अपनाने की जरूरत है।