मऊ, 31 मई 2025, शनिवार। आज मऊ के जिला एवं सत्र न्यायालय में माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ सदर विधायक अब्बास अंसारी के हेट स्पीच मामले में बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाया जाएगा। इस मामले ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा रखी है, और इसे लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। न्यायालय परिसर को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है, जहां हर आने-जाने वाले की कड़ी जांच हो रही है। यहाँ तक कि अब्बास अंसारी की गाड़ी की भी तलाशी में कोई कोताही नहीं बरती गई।
कोतवाली पुलिस प्रभारी अनिल सिंह अपनी टीम के साथ मुख्य द्वार पर डटे हैं, जहां हर वाहन की बारीकी से जांच की जा रही है। एक काली फिल्म वाली गाड़ी, जिस पर अधिवक्ता का स्टीकर लगा था, को भी रोका गया और उसमें सवार लोगों की जांच के बाद ही उन्हें अंदर जाने की इजाजत दी गई। इस सघन तलाशी से अब्बास के समर्थकों में खलबली मच गई है। कई समर्थक किसी भी तरह अपने नेता से मिलने के लिए कचहरी परिसर में घुसने की जुगत में हैं। इसी बीच, मुंशीपुरा के मोहम्मद मुस्तफा, जो अब्बास का कट्टर समर्थक बताया जाता है, को पुलिस ने परिसर में प्रवेश करने से पहले ही हिरासत में ले लिया।
जिला प्रशासन की गंभीरता और सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता तैयारी से साफ है कि पुलिस किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार है। दरअसल, अब्बास अंसारी पर आरोप है कि उन्होंने पहाड़पुर मैदान में एक जनसभा के दौरान मऊ प्रशासन को धमकी देते हुए कहा था, “चुनाव के बाद प्रशासन का हिसाब-किताब करूंगा।” इस विवादित बयान और हेट स्पीच के मामले में आज कोर्ट का फैसला आने वाला है, जिसकी गूंज पूरे क्षेत्र में सुनाई दे रही है। माहौल तनावपूर्ण है, और सभी की निगाहें इस ऐतिहासिक फैसले पर टिकी हैं।