नई दिल्ली, 4 अगस्त 2025: भारतीय डाक विभाग ने अपनी ऐतिहासिक रजिस्ट्री सेवा (Registered Post) को बंद करने का फैसला किया है, जो 1 सितंबर 2025 से प्रभावी होगा। यह सेवा, जो ब्रिटिश काल से 1854 में शुरू हुई थी, अब स्पीड पोस्ट के साथ एकीकृत कर दी जाएगी। इस बदलाव का उद्देश्य डाक सेवाओं को आधुनिक और अधिक कुशल बनाना है, लेकिन यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों और पुरानी पीढ़ी के लिए नॉस्टैल्जिया का अंत भी ला रहा है।
क्या है रजिस्ट्री सेवा और क्यों है यह महत्वपूर्ण?
रजिस्ट्री सेवा लंबे समय से महत्वपूर्ण दस्तावेजों, जैसे नौकरी के नियुक्ति पत्र, कानूनी नोटिस, और सरकारी पत्राचार, को सुरक्षित और विश्वसनीय तरीके से भेजने का साधन रही है। इसकी खासियत थी इसकी किफायती लागत, ट्रैकिंग सुविधा, और डिलीवरी का प्रमाण, जिसने इसे बैंकों, विश्वविद्यालयों, और सरकारी संस्थानों के लिए पसंदीदा विकल्प बनाया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2011-12 में 24.44 करोड़ रजिस्टर्ड डाक भेजी गई थी, जो 2019-20 तक घटकर 18.46 करोड़ रह गई, जो डिजिटल विकल्पों और निजी कूरियर सेवाओं की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
डाक विभाग के अनुसार, रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट सेवाओं में कई समानताएं थीं, लेकिन दोनों को अलग-अलग चलाने में दोगुना मैनपावर और संसाधनों की जरूरत पड़ रही थी। विभाग ने इसे और अधिक पारदर्शी, तेज, और ग्राहक-अनुकूल बनाने के लिए दोनों सेवाओं को एक करने का निर्णय लिया। 1 सितंबर 2025 से, सभी रजिस्टर्ड डाक को स्पीड पोस्ट के तहत भेजा जाएगा, जिसमें ट्रैकिंग और डिलीवरी पुष्टिकरण जैसी सुविधाएं बरकरार रहेंगी। विभाग ने सभी कार्यालयों, कोर्ट, और संस्थानों को 31 अगस्त 2025 तक नए सिस्टम में बदलाव के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
ग्राहकों पर क्या होगा असर?
यह बदलाव शहरी क्षेत्रों में ग्राहकों के लिए ज्यादा सुविधाजनक हो सकता है, क्योंकि स्पीड पोस्ट तेज डिलीवरी और बेहतर ट्रैकिंग प्रदान करता है। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां रजिस्ट्री सेवा अपनी किफायती दरों के लिए लोकप्रिय थी, यह बदलाव लागत बढ़ा सकता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि स्पीड पोस्ट की फीस रजिस्ट्री की तुलना में अधिक हो सकती है, जिससे छोटे व्यवसायों और ग्रामीण उपयोगकर्ताओं पर आर्थिक बोझ पड़ सकता है।
नॉस्टैल्जिया का अंत
रजिस्ट्री सेवा केवल एक डाक सेवा नहीं थी, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और भावनात्मक प्रतीक थी। डाकिया द्वारा लाए गए रजिस्टर्ड पत्र का इंतजार, चाहे वह नौकरी का ऑफर हो या कोई कानूनी दस्तावेज, कई भारतीयों के लिए यादगार अनुभव रहा है। इस सेवा के समापन को कई लोग एक युग के अंत के रूप में देख रहे हैं।
आगे क्या?
1 सितंबर 2025 से, रजिस्ट्री सेवा का नाम और उसका स्वतंत्र अस्तित्व खत्म हो जाएगा। ग्राहकों को अब महत्वपूर्ण दस्तावेज या सामान भेजने के लिए स्पीड पोस्ट का उपयोग करना होगा। डाक विभाग ने आश्वासन दिया है कि स्पीड पोस्ट में रजिस्ट्री की सभी प्रमुख विशेषताएं, जैसे सुरक्षित डिलीवरी और ट्रैकिंग, उपलब्ध रहेंगी।
यह बदलाव डाक विभाग के आधुनिकीकरण की दिशा में एक कदम है, लेकिन यह उन लाखों लोगों के लिए एक भावनात्मक विदाई भी है, जिनके लिए रजिस्ट्री सेवा विश्वास और परंपरा का प्रतीक थी।