वाराणसी, 7 अगस्त 2025: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में नए मंदिर निर्माण और हिंदुओं को पूजा का अधिकार देने के लिए 1991 में दायर मुकदमे में वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी को हटाने के मामले में बुधवार को सिविल जज (सीनियर डिवीजन, फास्ट ट्रैक) भावना भारतीय की अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान वादी रहे हरिहर पांडेय की बेटियों की ओर से उनके अधिवक्ता ने बहस की। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 11 अगस्त की तारीख तय की है।
दरअसल, हरिहर पांडेय की पुत्रियों ने विजय शंकर रस्तोगी को वाद मित्र के पद से हटाने के लिए प्रार्थना पत्र दायर किया था, जिसे अदालत ने 11 जुलाई को खारिज कर दिया था। इस फैसले से असंतुष्ट बहनों ने आदेश में संशोधन के लिए नया प्रार्थना पत्र दाखिल किया। इस पर वाद मित्र रस्तोगी ने आपत्ति दर्ज की थी, जिसके जवाब में बहनों की ओर से प्रति जवाब दाखिल किया गया। बुधवार को इस मुद्दे पर बहस शुरू हुई, जो अब 11 अगस्त को आगे बढ़ेगी।
यह मामला ज्ञानवापी विवाद में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है, और इसकी अगली सुनवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।