सर हम लोगों को डराते थे। धमकी देते थे। डांस के दौरान वह गलत हरकत करते थे। गलत काम किए और वीडियो बना लिए। धमकी दी कि अगर शिकायत की तो वह वीडियो वायरल कर देगा। जिससे वह बदनाम हो जाएंगे। इसलिए हम लोग बेबस थे। कुछ इस तरह से पीड़ित तीन किशोरियों ने डांस टीचर हिमांशु सोनी की करतूतों की दास्तां बयां कीं। पुलिस ने मंगलवार को तीनों के बयान दर्ज किए। एक दो दिन में पीड़िताओं के कोर्ट में बयान दर्ज कराए जाएंगे। गोविंद नगर के गुजैनी निवासी हिमांशु सोनी आर-वन डांस एकेडमी चलाता है। साइबर ठगी की जांच करते हुए पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया था कि हिमांशु ने डांस सिखाने की आड़ में किशोरियों से दुष्कर्म किया। उनके अश्लील वीडियो बनाए। उनसे पैसे वसूले। पुलिस ने उसको जेल भेजा था। अब तक चार पीड़िताएं सामने आ चुकी हैं। एक पीड़िता बालिग है जबकि अन्य तीन किशोरियां हैं। जिनकी उम्र महज 13-14 साल है।
पुलिस ने मंगलवार को तीनों पीड़ित किशोरियों के बयान दर्ज किए। किशोरियों ने बताया कि डांस टीचर जब डांस सिखाता था तो वह बैड टच करता था। मगर उनको लगा कि वह जानबूझकर ऐसा नहीं कर रहा है। इसलिए वह कुछ नहीं बोलती थीं।
मगर बाद में उसने बहकाकर, डरा-धमकाकर उनके साथ दुष्कर्म किया। जिसके अश्लील वीडियो बनाए। वीडियो वायरल करने की धमकी देता था। इसलिए हम सभी खामोश थे। डर था कि कहीं वीडियो वायरल न कर दे। जिससे जिंदगी बर्बाद हो जाए।
एक बार दुष्कर्म कर वीडियो बनाने के बाद आरोपी हिमांशु ने कई बार किशोरियों को अपना शिकार बनाया। उनको उनके वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल कर उनके साथ अश्लीलता व दुष्कर्म करता रहा। डराकर रकम भी वसूली। पीड़ित किशोरियों ने अपने बयानों में ये सब बातें बताईं हैं।
महिला पुलिस अधिकारी की मौजूदगी में बयान दर्ज किए गए हैं। अभी भी किशोरियां डरी सहमी हैं। पुलिस उनकी काउंसलिंग भी करवा रही है। बयान दर्ज करने में किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए पुलिसकर्मी सादी वर्दी में थे। यही नियम भी है।
पुलिस की जांच में सामने आया कि हिमांशु किशोरियों को डराता था। कहता था कि वह उनके परिवार वालों को मार देगा। इसलिए खामोश रहो। अगर किसी को कुछ बताया तो उसका खामियाजा परिवार वाले भुगतेंगे। उधर, जब पुलिस को हिमांशु की करतूत के बारे में पता चला था तब पीड़ित परिवारों से संपर्क किया था लेकिन बदनामी के डर से वह लोग कुछ भी कार्रवाई करने से इनकार कर रहे थे। मगर इंस्पेक्टर गोविंद नगर रोहित तिवारी ने उनको समझाबुझाकर कार्रवाई के लिए राजी कराया