लखनऊ, 8 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश में साइबर ठगों का जाल दिन-ब-दिन फैलता जा रहा है। अब तो इन जालसाजों ने रिटायर्ड पुलिसकर्मियों को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। ताजा मामला लखनऊ का है, जहां बलरामपुर जिले में तैनात रहे एक रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर (SI) को पेंशन के नाम पर 4.16 लाख रुपये की चपत लग गई। ठग ने खुद को ट्रेजरी विभाग का अधिकारी बताकर ऐसा जाल बुना कि पीड़ित का बैंक अकाउंट चंद घंटों में खाली हो गया।
फोन कॉल से शुरू हुआ ठगी का खेल
लखनऊ के साउथ सिटी, रत्नाकर खंड में रहने वाले ज्ञानेंद्र कुमार शुक्ला, जो 31 मई 2025 को बलरामपुर जिले से सब-इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए थे, ने बताया कि 5 जुलाई को उनके पास एक फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को ट्रेजरी विभाग का अधिकारी बताया और कहा कि उनकी पेंशन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कुछ जरूरी जानकारी चाहिए। इसके लिए एक लिंक भेजा गया, जिसे खोलकर डिटेल्स भरने को कहा गया।
विश्वास में लिया गया यह कॉलर इतना शातिर था कि रिटायर्ड SI बिना ज्यादा सोचे-समझे लिंक पर क्लिक कर बैठे। उसने अपनी बैंक डिटेल्स और अन्य व्यक्तिगत जानकारी लिंक में दर्ज कर दी। कुछ देर बाद एक और कॉल आई, जिसमें अखिलेश श्रीवास्तव नाम के शख्स ने डिटेल्स जमा होने की पुष्टि की और फिर कॉल कट कर दी।
चंद घंटों में खाली हुआ अकाउंट
कुछ ही घंटों बाद ज्ञानेंद्र को उनके SBI हजरतगंज खाते से 4.16 लाख रुपये निकाले जाने का मैसेज मिला। यह देखकर उनके होश उड़ गए। आनन-फानन में वे SBI की हजरतगंज शाखा पहुंचे और खाते को ब्लॉक कराया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ठग का इस्तेमाल किया गया मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ हो चुका था।
पुलिस ने शुरू की जांच
हैरान-परेशान ज्ञानेंद्र ने लखनऊ के PGI थाने में शिकायत दर्ज कराई। उनकी तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ IT एक्ट की धारा 66D के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब ठग के मोबाइल नंबर और लिंक की जांच में जुट गई है, लेकिन साइबर अपराधियों की चालाकी को देखते हुए यह आसान नहीं होगा।
साइबर ठगी से बचाव जरूरी
यह घटना एक बार फिर साइबर ठगी के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करती है। रिटायर्ड पुलिसकर्मी जैसे अनुभवी लोग भी इन ठगों के जाल में फंस रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि अनजान कॉल्स और लिंक्स पर भरोसा करने से पहले सावधानी बरती जाए। पेंशन, बैंक या सरकारी योजनाओं के नाम पर आने वाले किसी भी लिंक को खोलने से पहले संबंधित विभाग से पुष्टि कर लें।
साइबर ठगों से सावधान रहें, क्योंकि आपकी एक छोटी सी चूक आपके जीवन भर की कमाई को पलभर में गंवा सकती है!