मेरठ, 16 नवंबर 2024, शनिवार। साइबर ठगी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिससे लोगों की सुरक्षा और विश्वास को खतरा हो रहा है। पुलिस लाचार दिख रही है, और अपराधी नए तरीके से लोगों को ठग रहे हैं। मेरठ में एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर 15 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने उन्हें चार दिन तक डिजिटल तरीके से बंधक बनाकर डराया और ठगी की। अपराधियों ने उन पर 17 बच्चों की तस्करी, उनकी हत्या और मानव अंगों की बिक्री जैसे गंभीर आरोप लगाए।
शास्त्री नगर निवासी 70 वर्षीय पूर्व सैन्य कर्मी ने बताया कि 8 नवंबर को दोपहर में उनके पास एक वीडियो कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए कहा कि उनकी कॉल दिल्ली क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की जा रही है। इसके बाद दूसरी ओर से बात करने वाले व्यक्ति ने उन्हें बताया कि भारत से 17 बच्चों का अपहरण कर विदेश में तस्करी की गई है और उनकी हत्या कर अंगों को बेचा गया है।
बच्चों के शव वापस लाने के लिए 6.80 मिलियन रुपये वसूले गए हैं और इस केस को सीबीआई को सौंपा गया है। अपराधियों ने बुजुर्ग को धमकाते हुए कहा कि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और किसी से भी इस बारे में बात नहीं करनी है। यह भी कहा गया कि जिस खाते में रकम जमा हुई है, वह उनके नाम पर खुलवाया गया है और इसके लिए मेरठ के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया है।
डर के कारण बुजुर्ग ने अपनी सारी जमा पूंजी और एफडी तोड़कर 15 लाख रुपये साइबर अपराधियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। इस मामले में मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया कि नौचंदी थाना क्षेत्र निवासी रिटायर्ड सैन्य अधिकारी के साथ हुई साइबर ठगी की तहरीर प्राप्त हुई है। शिकायत के अनुसार, अपराधियों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए बुजुर्ग को मानव तस्करी के मामले में फंसाने और गिरफ्तार करने की धमकी दी। डर के कारण बुजुर्ग ने पैसे ट्रांसफर कर दिए। साइबर थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।