नई दिल्ली, 15 फरवरी 2025, शनिवार। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग को 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगले के विस्तार के लिए संपत्तियों के कथित विलय और इसके अंदरूनी हिस्से पर हुए खर्च की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया है। यह बंगला दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक निवास था, जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कथित भ्रष्टाचार के कारण ”शीशमहल” करार दिया है।
भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने भवन नियमों का उल्लंघन करके 40,000 वर्ग गज भूमि पर एक भव्य महल का निर्माण किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया गया और नए आवास में मिला दिया गया, जिसमें मानदंडों का उल्लंघन किया गया और उचित अनुमोदन नहीं लिया गया।
गुप्ता ने अपनी दूसरी शिकायत में 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित बंगले की मरम्मत और आंतरिक साज-सज्जा पर ”जरूरत से अधिक खर्च” किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने बंगले में आलीशान सुविधाओं पर करदाताओं के करोड़ों रुपये खर्च किए जाने और ”बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं” का भी आरोप लगाया।