वाराणसी, 28 दिसंबर 2024 शनिवार। नए साल के आगमन के साथ, श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। यह धाम हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है, और नए साल के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होती है। पिछले शुक्रवार को ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया था। यह संख्या नए साल के आगमन के साथ और भी बढ़ने की उम्मीद है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है, जिसमें बैरिकेडिंग और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम शामिल हैं।
नए साल पर 10 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है, और मंदिर प्रशासन ने इसके लिए विशेष तैयारी की है। श्रद्धालुओं के लिए विशेष दर्शन की व्यवस्था की गई है, जिसमें वे बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर सकते हैं। हालांकि, नए साल पर भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। 31 दिसंबर से 3 जनवरी तक बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी। इस दौरान श्रद्धालु बाबा का झांकी दर्शन कर सकेंगे। यह प्रतिबंध श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए लगाया गया है।
कुल मिलाकर, नए साल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। 21 दिसंबर को 1.80 लाख, 22 दिसंबर को दो लाख से अधिक, 23 दिसंबर को डेढ़ लाख, 24 दिसंबर को 1.75 लाख और 25 दिसंबर को 1.90 लाख, 26 दिसंबर को 1.85 लाख, 27 दिसंबर को करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की है, और श्रद्धालुओं को बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है।
नव वर्ष से पहले वाराणसी में होटल और गेस्ट हाउस फुल: श्रद्धालुओं को महंगे पड़ रहे कमरे
नव वर्ष की शुरुआत से पहले वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के चलते शहर के सभी होटल और गेस्ट हाउस फुल हो गए हैं। यह स्थिति 5 दिसंबर तक बनी रहने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण होटलों और गेस्ट हाउसों के कमरों की कीमतें 30% से 50% तक बढ़ गई हैं। इससे श्रद्धालुओं को अपने बजट से अधिक खर्च करना पड़ रहा है।
हालांकि, गाड़ियों के मामले में रेट इतना नहीं बढ़ता है। आस-पास के राज्यों के लोग खुद की गाड़ी से आना पसंद करते हैं। फिर भी, टेम्पो ट्रेवलर से लेकर छोटी गाड़ियों का रेंट 20% तक बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए, श्रद्धालुओं को सलाह दी जा रही है कि वे अपने ठहरने और यातायात के लिए पहले से ही व्यवस्था कर लें। इससे उन्हें अपने बजट के अनुसार व्यवस्था करने में मदद मिलेगी।