वाराणसी, 20 अप्रैल 2025, रविवार। वाराणसी के होटलों में अवैध हुक्का बार, नशे और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है। डीएम एस. राजलिंगम ने शहर के तीन प्रमुख सर्किलों—कैंट, भेलूपुर और चेतगंज—के लिए तीन अलग-अलग जांच कमेटियां गठित की हैं। प्रत्येक कमेटी में चार सदस्य शामिल हैं, और इन्हें एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। इस पहल का मकसद शहर के होटलों, गेस्ट हाउस और लॉज में चल रही अवैध गतिविधियों को उजागर कर सख्त कार्रवाई करना है।
कमेटियों का गठन और जिम्मेदारी
कैंट सर्किल की कमेटी में डिप्टी कलेक्टर राजस्व पिनाक मणि द्विवेदी, एसीपी विदुष सक्सेना, वीडीए के जोनल अधिकारी शिवाजी मिश्रा और अग्निशमन अधिकारी दीपक सिंह शामिल हैं। भेलूपुर सर्किल के लिए अपर नगर मजिस्ट्रेट शांतनु कुमार सिनसिनवार, एसीपी डॉ. ईशान सोनी, वीडीए के जोनल अधिकारी संजीव कुमार और अग्निशमन अधिकारी इंद्रजीत वर्मा को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, चेतगंज सर्किल की कमेटी में अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय आनंद मोहन उपाध्याय, एसीपी गौरव कुमार, वीडीए के जोनल अधिकारी सौरभ देव और अग्निशमन अधिकारी दीपक सिंह शामिल हैं।
ये कमेटियां होटलों, गेस्ट हाउस और लॉज की गहन जांच करेंगी। सराय एक्ट के तहत पंजीकरण, संचालन के नियमों और सुरक्षा मानकों की अनुपालना की पड़ताल होगी। जहां भी अनियमितताएं या अवैध गतिविधियां पाई जाएंगी, वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गैंगरेप कांड ने खोली पोल
हाल ही में पांडेयपुर में एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना ने शहर में स्पा सेंटरों और होटलों की आड़ में चल रही गैरकानूनी गतिविधियों को उजागर किया। इस घटना के बाद हुक्का बार और अन्य अवैध गतिविधियों की चर्चा जोरों पर है। हालांकि, पुलिस अब तक किसी हुक्का बार को पकड़ने में नाकाम रही है। इस स्थिति को देखते हुए डीएम ने जांच कमेटियों का गठन किया है। डीएम ने स्पष्ट किया है कि जहां भी हुक्का बार या अन्य अवैध गतिविधियां पाई जाएंगी, वहां रजिस्ट्रेशन रद्द करने से लेकर अन्य कठोर कार्रवाइयां की जाएंगी।
शहर में स्वच्छ और सुरक्षित माहौल की पहल
वाराणसी, जो अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्वविख्यात है, में ऐसी गैरकानूनी गतिविधियां शहर की छवि को धूमिल कर रही हैं। डीएम की इस पहल को न केवल अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि यह शहर में सुरक्षित और स्वच्छ माहौल बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। कमेटियों की रिपोर्ट के बाद यह साफ होगा कि कितने होटल और गेस्ट हाउस नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं और प्रशासन की ओर से क्या कार्रवाई की जाती है।
फिलहाल, शहरवासियों और पर्यटकों की निगाहें इन कमेटियों की जांच पर टिकी हैं, जो वाराणसी को अवैध गतिविधियों से मुक्त कराने में कितनी सफल होती हैं, यह आने वाला समय बताएगा।