भाकपा महासचिव डी राजा ने मंगलवार को कहा कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा नीत सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से मुकाबला करने के लिए देश के सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एक संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर आम सहमति बनानी चाहिए।
राजा ने पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘मैं आगामी राष्ट्रपति चुनावों में एक संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार को मैदान में उतारने की आवश्यकता पर चर्चा करने के लिए धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक दलों के नेताओं से मिल रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी सभी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक दलों द्वारा खड़े किए गए एक आम उम्मीदवार का समर्थन करने की पक्षधर है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस संबंध में सोमवार को यहां राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी।’’ गौरतलब है कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल इस साल जुलाई में समाप्त होने वाला है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में राज्यों के निर्वाचित सांसद और विधायक शामिल होते हैं। जहां एक सांसद के वोट का मूल्य 708 होता है, वहीं विधायकों का वोट मूल्य एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न होता है।
राजा ने कहा, ‘‘हम इस संबंध में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस और अन्य धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे। अगर एक आम उम्मीदवार खड़ा किया जाता है तो यह वास्तव में अच्छा होगा।’’
भाकपा नेता अतुल कुमार अंजन ने कहा, ‘‘यह समय सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के खिलाफ एकजुट होने का है।” अंजन ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में भाकपा बिहार में अपना आधार मजबूत करेगी। उन्होंने कहा, “पार्टी 18 सितंबर से राज्य के बांका जिले में चार दिवसीय राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन करेगी।” हाल ही में देश के चार राज्यों में हुए उपचुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। इन उपचुनावों में पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही।