प्रदेश में धीमी गति से चलने के बाद एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने गति पकड़ना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से संक्रमण का ग्राफ कुछ धीमा दिखाई दे रहा था, जिस कारण से लोगों में लापरवाही का आचरण शुरू हो गया, कोविड प्रोटोकॉल को नजरअंदाज कर सामूहिक आयोजन किए जाने लगे।
जिसके परिणामस्वरूप पिछले दो दिन से कोविड के मामलों में तेजी आई है। साथ ही मृत्यु दर भी बढ़ती नजर आ रही है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मंगलवार शाम तक प्रदेश में 9,711 नए मामले सामने आए और नौ लोगों की मौत हो गई, ये आंकड़े मामले की गंभीरता को दर्शाती है। प्रदेश की राजधानी जयपुर में 2,358 नए मामले सामने आए वहीं जोधपुर में 801, उदयपुर में 677, पाली में 569, अलवर में 568, कोटा में 563, भरतपुर में 536, हनुमानगढ में 426,चित्तौड़गढ़ में 380 तथा बीकानेर में 358 संक्रमित मिले।
आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को राज्य में 7,056 लोग संक्रमण से मुक्त हुए और इस समय राज्य में 69,388 मरीज उपचाराधीन हैं। विभाग के अनुसार जयपुर-जोधपुर में दो- दो, अलवर, अजमेर, बीकानेर, दौसा, करौली में एक- एक मरीज की मौत हुई। राज्य में इस घातक संक्रमण से अब तक कुल मिलाकर 9,019 लोगों की मौत हो चुकी है।
सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी ने कहा कि यूरोप, और अमेरिका में भी कुछ इस तरह के ही हालात थे परंतु चार से पांच महीने में ही हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ‘हमें अभी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, अभी शुरुआती स्तर है।’
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में सोमवार शाम तक लाभार्थियों को कोरोना टीके की 8,90,91,416 खुराक दी जा चुकी है। इनमें 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों को 8,60,09,135 खुराक दी गई है जबकि 15 से 18 वर्ष तक आयु वर्ग को 26,06,024 खुराक दी गई है। 4,76,257 लाभार्थियों को एहतियाती खुराक दी गई है।