नई दिल्ली, 29 दिसंबर 2024, रविवार। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। तो वहीं, कांग्रेस और बीजेपी के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार करना उनका अपमान है, जबकि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इससे इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित कर दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह भी कहा है कि सिख समुदाय ने मनमोहन सिंह के लिए प्रार्थना की और उनके काम की प्रशंसा की। आज भी, जब उनकी अस्थियां विसर्जित की गईं, तो विसर्जन स्थल पर सिख समाज के ही लोग थे, कांग्रेस के लोग नहीं,।उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह एक महान राजनेता और दिग्गज व्यक्ति थे। उनका निधन एक बड़ी क्षति है और उन्हें कई चीजों के लिए याद किया जाएगा।
इस बीच, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी मनमोहन सिंह के सम्मान के नाम पर राजनीति कर रही है, जबकि बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस ने मनमोहन सिंह को जीवित रहते हुए कभी सम्मान नहीं दिया।
क्या है विवाद की जड़?
दरसल, कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढ पाना उनका जानबूझकर किया गया अपमान है। कांग्रेस का कहना है कि राजघाट के पास राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार करने की अनुमति क्यों नहीं दी गई। इस पर, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस आरोप का खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित कर दी जाएगी।