नई दिल्ली, 9 जनवरी 2025, गुरुवार। रामगिरी महाराज ने एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं, लेकिन इस बार उनका बयान भारत के राष्ट्रगान को लेकर है। उन्होंने कहा है कि ‘वंदे मातरम्’ को भारत का राष्ट्रगान होना चाहिए, न कि ‘जन गण मन’। उनका मानना है कि ‘जन गण मन’ को ब्रिटिश शासक जॉर्ज-पंचम के सामने गाया गया था, जो भारत के साथ अन्याय है¹।
रामगिरी महाराज के इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में खासी चर्चा पैदा कर दी है। कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, जबकि अन्य इसकी आलोचना कर रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक जितेंद्र आव्हाड़ ने तो यहां तक कह दिया है कि रामगिरी महाराज को जूते से पीटा जाना चाहिए।
यह पहली बार नहीं है जब रामगिरी महाराज ने ऐसा बयान दिया है। इससे पहले भी उन्होंने कई विवादास्पद टिप्पणियां की हैं, जिन्होंने खासी चर्चा पैदा की थी। उनके बयानों ने अक्सर राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर चर्चा शुरू कर दी है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि रामगिरी महाराज के इस बयान के बाद क्या होता है। क्या यह बयान भारत के राष्ट्रगान को लेकर कोई बदलाव लाएगा, या फिर यह सिर्फ एक और विवादास्पद बयान बनकर रह जाएगा?