मुंबई, 30 नवंबर 2024, शनिवार। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता और विधान परिषद में उपनेता भाई जगताप ने चुनाव आयोग (ECI) के बारे में एक विवादित बयान दिया है, जिससे राजनीतिक हलचल मच गई है। उन्होंने चुनाव आयोग की तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुत्ते से की है।
जब उनसे इस बयान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अपने बयान पर कायम रहने का फैसला किया और माफी मानने से इनकार कर दिया। यह घटना महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के बाद हुई है, जिसमें कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग के सीईओ को ज्ञापन सौंपते हुए चुनाव में गड़बड़ियों का आरोप लगाया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस नेता का बड़ा आरोप: ईवीएम हैकिंग से बदले गए चुनाव परिणाम!
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता जगताप ने चुनाव परिणामों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि महाराष्ट्र की जनता मौजूदा महायुति सरकार के खिलाफ थी, लेकिन ईवीएम में गड़बड़ी के चलते नतीजे उनके पक्ष में गए। उन्होंने यह भी कहा कि कई जगहों पर ईवीएम हैक हुईं। जगताप ने चुनाव आयोग को निष्पक्षता के लिए पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन जैसा बनने की सलाह दी है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने बयान पर माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि उनका मानना है कि चुनाव आयोग प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों के दबाव में काम कर रहा है।
ईवीएम विवाद: जगताप का बड़ा हमला, वीवीपैट स्लिप्स की जांच की मांग!
जगताप ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वीवीपैट स्लिप्स की जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 5% वीवीपैट स्लिप्स गिनने की सिफारिश की थी, लेकिन वह भी नहीं हुआ। जगताप का मानना है कि यदि इस प्रणाली में कोई खामी है, तो इसकी जांच की जानी चाहिए और इसे बदल देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बैलट पेपर से छेड़छाड़ की संभावना खत्म हो जाती है।
चुनाव आयोग पर जगताप के बयान पर बवाल: शिवसेना और भाजपा ने की निंदा!
शिवसेना के दीपक केसरकर और भाजपा नेताओं ने कांग्रेस नेता जगताप के चुनाव आयोग पर दिए गए बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि जगताप को माफी मांगनी चाहिए और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना अनुचित है।