मुजफ्फरनगर, 6 जुलाई 2025: श्रावण मास में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को और सुरक्षित व सुविधाजनक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के खाद्य विभाग ने अनूठा कदम उठाया है। अब दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर स्थित सभी होटल और ढाबों पर QR कोड युक्त फीडबैक फॉर्म लगाना अनिवार्य होगा, जिससे यात्रियों को स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन की गारंटी मिलेगी।
पारदर्शिता का नया दौर
इस नई व्यवस्था के तहत हर होटल और ढाबे पर एक फीडबैक फॉर्म प्रदर्शित होगा, जिसमें संचालक का नाम, खाद्य लाइसेंस नंबर, मोबाइल नंबर और टोल-फ्री शिकायत नंबर दर्ज होगा। इसके साथ ही दो QR कोड होंगे, जिन्हें स्कैन कर श्रद्धालु खाद्य सुरक्षा विभाग की वेबसाइट पर उस प्रतिष्ठान की पूरी जानकारी देख सकेंगे। असंतुष्ट ग्राहक सीधे शिकायत दर्ज करा सकेंगे। यह कदम न केवल उपभोक्ताओं को सशक्त करेगा, बल्कि दुकानदारों को भी गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रेरित करेगा।
ढाबा संचालकों का स्वागत
मुजफ्फरनगर के कई ढाबा संचालकों ने इस पहल का स्वागत किया है। स्थानीय ढाबा मालिक रमेश कुमार ने कहा, “QR कोड से ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा और हमें बेवजह के आरोपों से बचाव मिलेगा। यह व्यवस्था पारदर्शिता के साथ-साथ सीधा संवाद स्थापित करने में मदद करेगी।”
सुरक्षा पर भी कड़ा पहरा
खानपान की गुणवत्ता के साथ-साथ प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया है। कांवड़ सेवा शिविरों और होटल-ढाबों की रसोई में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे किसी भी अनियमितता या आपात स्थिति पर तुरंत नजर रखी जा सकेगी।
श्रद्धालुओं को मिलेगा भरोसा
यह पहल कांवड़ यात्रियों को न केवल सुरक्षित और स्वच्छ भोजन सुनिश्चित करेगी, बल्कि सेवा प्रदाताओं में भी जवाबदेही की भावना को मजबूत करेगी। मुजफ्फरनगर प्रशासन की इस पहल को श्रद्धालु और स्थानीय व्यापारी दोनों सराह रहे हैं। इस कदम से कांवड़ यात्रा न सिर्फ आध्यात्मिक, बल्कि सुरक्षित और सुविधाजनक भी बनेगी।