हमास के साथ गाजा में चल रहे युद्ध के बीच इस्राइल ने भारत से एक लाख निर्माण श्रमिक तुरंत भेजने का अनुरोध किया है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, इस्राइल की निर्माण कंपनियों ने अपनी सरकार से एक लाख भारतीय श्रमिकों की भर्ती करने की अनुमति मांगी है। इन्हें फलस्तीनी श्रमिकों की जगह रखा जाएगा।
इस्राइल की निर्माण कंपनियों में मुख्यत
फलस्तीनी श्रमिक काम करते हैं, लेकिन हमास के हमले के बाद कंपनियों ने इन श्रमिकों को हटा दिया था। इससे पूरे इस्राइल में निर्माण का काम ठप-सा पड़ा है। हालांकि कुछ चीनी श्रमिक वहां काम कर रहे हैं लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है। ऐसे में निर्माण गतिविधियां पुरानी गति से शुरू करने के लिए इस्राइल की सरकार और कंपनियां भारत की ओर उम्मीद से देख रही हैं।
इस्राइल सरकार पहले ही कर चुकी है समझौता
इस्राइल सरकार भारतीय श्रमिकों को अपने यहां काम कराने से जुड़ा समझौता पहले ही कर चुकी है। मई में भारत दौरे पर आए इस्राइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत भारत से 42 हजार श्रमिक इस्राइल भेजे जाने हैं। इनमें से 34 हजार निर्माण क्षेत्र के लिए होंगे। यह पहला मौका है, जब भारतीय श्रमिक इस्राइल के निर्माण क्षेत्र में काम करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने की युद्ध के अस्थाई विराम पर चर्चा
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर फोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने मानवीय कारणों से गाजा पर हमलों में अस्थाई विराम और बंधकों के रिहाई की संभावना पर चर्चा की। बता दें, इस्राइल और हमास के बीच पिछले काफी समय से युद्ध जारी है, जिसमें करीब 11 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।