गणतंत्र दिवस की परेड में दिल्ली के राजपथ पर इस बार माता वैष्णो देवी भवन और राष्ट्र स्तरीय संस्थानों की झांकी जम्मू-कश्मीर में हो रहे बदलाव को बयान करेगी। मां वैष्णो के भवन को मुख्य आकर्षण के तौर पर प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि वर्ष 2020 के दो साल बाद इस झांकी में आईआईटी जम्मू, आईआईएम जम्मू, एम्स जम्मू, एम्स पुलवामा, रियासी में चिनाब पर बन रहे रेलवे का सबसे ऊंचे पुल सहित प्रदेश में अन्य विकास कार्य व सांस्कृतिक विविधता को दर्शाया जाएगा। प्रदेश के प्रसिद्ध कलाकार वीर मुंशी इस झांकी को तैयार कर रहे हैं।
2021 में जम्मू-कश्मीर की झांकी को गणतंत्र दिवस समारोह में स्थान नहीं मिला था। इस बार सरकार ने एक बार फिर प्रसिद्ध कलाकार और कई बार प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार दिलवाने वाले वीर मुंशी को झांकी तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी है। 2020 की झांकी में ‘गांव की ओर’ कार्यक्रम दर्शाया गया था। वहीं इस बार की झांकी में विश्व प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल माता वैष्णो देवी भवन मुख्य आकर्षण रहेगा। प्रदेश में तकनीकी और प्रबंधन शिक्षा संस्थान, स्वास्थ्य क्षेत्र में उपलब्धियों के साथ-साथ प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक-आर्थिक उन्नति की झलक भी दिखाई जाएगी।
झांकी तैयार करने वाले कलाकार वीर मुंशी ने कहा कि झांकी पर काम चल रहा है और कार्य अंतिम चरणों में है। 26 जनवरी को राजपथ पर झांकी के माध्यम से प्रदेश में विकास की बयार के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि झांकी का मुख्य केंद्र वैष्णो देवी का भवन ही है।
जम्मू-कश्मीर में विकास कार्यों सहित सांस्कृतिक विविधिता को राजपथ पर प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदेश के प्रसिद्ध कलाकार वीर मुंशी इस झांकी को तैयार कर रहे हैं