वाराणसी, 9 फरवरी 2025, रविवार। महाकुंभ में स्नान के लिए श्रद्धालुओं का रेला थम नहीं रहा है। उधर, अखाड़ों के नागा संन्यासी और संत काशी आने लगे हैं। पंचदशनाम अखाड़े के नागा साधुओं का काशी में आगमन हुआ। कबीरचौरा अखाड़े में उनका भव्य स्वागत कर वैदिक विधि से पूजन अर्चन किया गया। उन्होंने अपने आराध्यदेव की पूजा की। अभी तक तीन अखाड़ों के नागा साधु काशी पहुंच चुके हैं। वे अखाड़ों और मठों के साथ दशाश्वमेध, शिवाला, हनुमानघाट, केदारघाट, चौकी घाट आदि घाटों को भी अपनी धूनी स्थली बनाए हुए हैं। वे भक्तों को आशीर्वाद दे रहे हैं।
नागा साधुओं के दर्शन-पूजन के लिए दक्षिण और आसपास के भक्त भी आने लगे हैं। घाटों पर सैर-सपाटा करने वाले पर्यटक भी इनका आशीर्वाद ले रहे हैं। शरीर में भभूत लगाकर साधना में लीन नागा साधुओं से विदेशी पर्यटक भी काफी आकर्षित होते हैं। इनके साथ शिविर में समय भी व्यतीत करते हैं। जूना अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज ने बताया कि आज, रविवार को हमारे पंच अपने-अपने अखाड़े में चले गए। बाकी संत महात्मा पूर्णिमा स्नान के बाद काशी के लिए प्रस्थान करेंगे।
उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि को हम सभी गंगा स्नान करेंगे। उसके बाद नागा साधु दिगंबर भगवान शिव के बारात में शामिल होंगे। हम लोग पेशवाई करेंगे और बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन करेंगे। उन्होंने बताया कि 12 फरवरी को हम लोग बैजनाथ से पंचगंगा घाट के लिए एक साथ रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि वह हमारा संक्षिप्त पेशवाई रहेगी। हम लोग यहां स्नान करेंगे। वहीं, जूना अखाड़े के पंच का स्वागत रविवार को वाराणसी के चांदपुर में हुआ। मौके पर डीएम एस राज लिंगम भी मौजूद रहे। अखाड़े ने यहां पर भोजन किया। ढोल नगाड़ों के साथ उनका स्वागत हुआ। जिसके बाद सभी पंच कमच्छा स्थित अखाड़े के लिए रवाना हुए।
आदि शंकराचार्य द्वारा धर्म रक्षा के लिए चार पीठों की स्थापना की थी। वे चारों स्थान ज्योतिष्पीठ बद्रिकाश्रम (विद्यामठ), श्रृंगेरी पीठ (महमूरगंज), द्वारिका शारदा पीठ (हरिश्चंद्र) और पुरी गोवर्धन पीठ (अस्सी) हैं। 13 अखाड़ों में नागा साधुओं के सबसे बड़े अखाड़ों में शामिल श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा सहित चार प्रमुख शैव संन्यासी अखाड़ों का मुख्यालय धर्म और संस्कृति की नगरी काशी में ही है।
इनमें हनुमान घाट पर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा, दशाश्वमेध घाट पर श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा, हनुमान चौक कपिलधारा में श्री पंच अटल अखाड़ा, शिवाला घाट पर महानिरंजनी अखाड़ा के मुख्यालय हैं। इनके अतिरिक्त राजघाट पर श्रीअग्नि अखाड़ा, कपिलधारा पर आनंद अखाड़ा, पद्मश्री सिनेमा के पास कुरुक्षेत्र पोखरा पर वैष्णव संप्रदाय के बड़ा उदासीन अखाड़ा, निर्मल अखाड़ा निर्मोही अखाड़ा, अनी अखाड़ा आदि सभी 13 अखाड़ों की शाखाएं हैं।