नई दिल्ली, 04 जून 2025, बुधवार: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है, उन्हें कायर करार देते हुए कहा कि उनके 11 साल के कार्यकाल में बार-बार सरेंडर करने की नीति अपनाई गई। नई दिल्ली में इंदिरा भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा-आरएसएस का इतिहास कायरता से भरा है। उन्होंने जोर देकर कहा, “मोदी भारत नहीं हैं और भारत मोदी नहीं है।”
‘ट्रंप के दबाव में मोदी ने किया सरेंडर’
खेड़ा ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए दावा किया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक फोन कॉल पर मोदी ने संघर्ष विराम कर दिया। उन्होंने कहा, “अगर मोदी ने ट्रंप के दबाव में सरेंडर नहीं किया होता, तो पाकिस्तान मुंह के बल गिर जाता और कई समस्याएं हमेशा के लिए हल हो जातीं।” खेड़ा ने ट्रंप के संघर्ष विराम कराने के दावों पर मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया और पूछा, “मोदी कब साहस जुटाएंगे?”
‘विदेश नीति या सरेंडर नीति?’
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार की विदेश नीति को ‘सरेंडर नीति’ करार दिया। उन्होंने बांग्लादेश में चीन द्वारा भारत की सीमा से 12 किमी दूर एक पुराने एयरबेस को अपग्रेड करने का उदाहरण दिया। खेड़ा ने कहा कि संकट के समय कोई भी देश भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ और पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने में सहयोग नहीं किया। उन्होंने कुवैत का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां 21% आबादी और 30% श्रमिक भारतीय होने के बावजूद कुवैत ने पाकिस्तान के साथ वीजा प्रतिबंध हटा लिए और श्रम समझौता किया।
नेपाल और चीन पर सवाल
खेड़ा ने नेपाल में बढ़ती भारत-विरोधी भावना पर भी सवाल उठाए और पूछा कि नेपाल चीन के इतना करीब क्यों आ गया है। उन्होंने हाल ही में आईएमएफ और एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा पाकिस्तान को दिए गए ऋणों का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी की कथित ‘लाल आंख’ नीति विफल रही। उन्होंने चुनौती दी कि मोदी चीनी माल के आयात पर प्रतिबंध लगाएं, लेकिन दावा किया कि “वे ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे चीन से डरते हैं।”
‘आतंकियों का क्या हुआ?’
कांग्रेस नेता ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या करने वाले आतंकियों, हाफिज सईद और अजहर मसूद जैसे आतंकवादियों के बारे में सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा, “संघर्ष विराम किन शर्तों पर हुआ? देश के आत्मसम्मान के साथ यह सौदा क्यों किया गया?”
कांग्रेस ने मांग की कि सरकार इन सवालों का जवाब दे और अपनी नीतियों पर स्पष्टता लाए। खेड़ा ने कहा कि देश की सेना और जनता मजबूत है, लेकिन सरकार की कायरता देश को कमजोर कर रही है।