नई दिल्ली, 14 अगस्त 2025: कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और चुनाव आयोग (ईसी) पर मिलीभगत का सनसनीखेज आरोप लगाया है। कांग्रेस कम्युनिकेशन विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस को घेरने की कोशिश में अनजाने में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर ही सवाल खड़े कर दिए।
अनुराग ठाकुर पर सवालों की बौछार
खेड़ा ने अनुराग ठाकुर की प्रेस कॉन्फ्रेंस का हवाला देते हुए पूछा, “ठाकुर को छह लोकसभा सीटों की फर्जी वोटर लिस्ट की जानकारी इतनी जल्दी कैसे मिली? क्या चुनाव आयोग ने यह लिस्ट बीजेपी को सौंपी थी? अगर हां, तो विपक्ष को क्यों नहीं दी गई?” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या ठाकुर को भी वही नोटिस मिला, जो 7 अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भेजा गया था।
वाराणसी में फर्जी वोटरों का आरोप
कांग्रेस ने वाराणसी लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत को भी कटघरे में खड़ा किया। खेड़ा ने दावा किया कि 2024 के चुनाव में पीएम मोदी हार रहे थे, लेकिन फर्जी वोटरों के “बूस्टर डोज” ने उनकी जीत सुनिश्चित की। उन्होंने इसे “लोकतंत्र की चोरी” करार देते हुए कहा, “वोट चुराया गया, गद्दी हासिल की गई।”
लोकसभा चुनाव रद्द करने की मांग
कांग्रेस नेता ने अनुराग ठाकुर के बयानों को “आपराधिक सबूत” बताते हुए तत्काल जांच की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग विपक्षी नेताओं पर नोटिस भेजने में तत्परता दिखाता है, लेकिन बीजेपी से जुड़े सवालों पर चुप्पी साध लेता है। खेड़ा ने कहा, “यह रवैया आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाता है।”
बीजेपी की बौखलाहट का दावा
खेड़ा ने दावा किया कि राहुल गांधी की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बीजेपी बौखला गई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “एक नाम, चेहरे अनेक… एक नाम, पता अनेक।” साथ ही, प्रियंका गांधी की जीत पर सवाल उठाने वालों को उनके जीत के मार्जिन पर ध्यान देने की सलाह दी और बीजेपी को मिले वोटों पर भी संदेह जताया।
कांग्रेस ने मांग की है कि फर्जी वोटर लिस्ट के इस मामले की गहन जांच हो और लोकसभा चुनाव को रद्द किया जाए। इस बीच, बीजेपी और चुनाव आयोग की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।