नई दिल्ली, 3 जुलाई 2025: सावन का पवित्र महीना नजदीक आते ही कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस बार यह धार्मिक आयोजन विवादों के घेरे में आ गया है। कांवड़ यात्रा और भारत माता की तस्वीर को लेकर विपक्षी दलों के बयानों ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने इन मुद्दों पर विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। वरिष्ठ पत्रकार अनिता चौधरी के साथ विशेष बातचीत में चुग ने विपक्ष की मानसिकता को “दिवालियापन” और “राष्ट्र विरोधी” करार दिया।
कांवड़ यात्रा पर सपा नेता का विवादित बयान
सपा के एक नेता ने कांवड़ यात्रा की तुलना आतंकवादियों से करते हुए कहा कि यह यात्रा “आतंकवादी परेड” जैसी लगती है। इस बयान पर कड़ा प्रहार करते हुए तरुण चुग ने कहा, “भगवान शिव के लिए सैकड़ों किलोमीटर की कठिन पदयात्रा करने वाले निहत्थे शिवभक्तों की तुलना आतंकियों से करना मानसिक दिवालियापन है। यह इंडी गठबंधन की गुलामी की मानसिकता को दर्शाता है।” उन्होंने विपक्ष पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये दल कभी भगवान राम के मंदिर का विरोध करते हैं, कभी प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार करते हैं, और कभी सनातन को डेंगू और वायरल जैसे शब्दों से अपमानित करते हैं। चुग ने जोर देकर कहा कि आतंकियों को बचाने के लिए आधी रात को कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले ये नेता सनातन श्रद्धा का अपमान कर रहे हैं।
भारत माता की तस्वीर पर केरल में विवाद
केरल के राज्यपाल द्वारा भारत माता की तस्वीर लगाए जाने पर वहां के मुख्यमंत्री के आपत्तिजनक बयान ने भी विवाद को हवा दी है। इस पर चुग ने कहा, “नक्सलवाद और लाल सलाम के नाम पर हजारों नौजवानों को मरवाने वाले वामपंथी और इंडी गठबंधन के नेताओं को भारत माता की तस्वीर से नफरत है। यह नफरत जेहादी मानसिकता और मुस्लिम लीग के एजेंडे को बढ़ावा देने का हिस्सा है।” उन्होंने कहा कि भारत माता की तस्वीर 140 करोड़ भारतीयों के दिलों में बसी है, और इस तरह के बयान करोड़ों देशवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं।
RSS पर प्रतिबंध की बात पर कांग्रेस को लताड़
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगाने की बात और खड़गे के समर्थन पर भी चुग ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के डीएनए में तानाशाही भरी है। ये कभी आपातकाल लगाते हैं, कभी देश को जेल बनाते हैं, कभी संविधान बदलते हैं, और अब RSS जैसे राष्ट्रवादी संगठन पर प्रतिबंध की बात करते हैं।” चुग ने RSS को समाज को जोड़ने वाला संगठन बताते हुए कहा कि कांग्रेस की तीन पीढ़ियों ने इसे रोकने की कोशिश की, लेकिन RSS आज भी राष्ट्रवाद का प्रखर प्रतीक है।
विपक्ष पर तंज: “राष्ट्र विरोधी मानसिकता”
तरुण चुग ने विपक्ष को “राष्ट्र विरोधी” और “सनातन विरोधी” करार देते हुए कहा कि उनकी मानसिकता देश की संस्कृति और एकता के खिलाफ है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्यों विपक्ष धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीकों का बार-बार अपमान करता है। यह विवाद न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत कर रहा है, बल्कि देश में सियासी माहौल को भी गरमा रहा है।
जैसे-जैसे सावन नजदीक आ रहा है, कांवड़ यात्रा और भारत माता जैसे मुद्दों पर बहस तेज होने की संभावना है। यह देखना बाकी है कि विपक्ष इन आरोपों का जवाब कैसे देता है।