नई दिल्ली, 2 जनवरी, 2025, गुरुवार। उत्तर पश्चिम की दिशा से आ रही बर्फीली हवाओं ने नए साल के पहले दिन से ही उत्तर भारत में ठंड बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। एक हफ्ते के भीतर दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पश्चिमी हिमालयी राज्यों में बर्फबारी होगी। हिमाचल प्रदेश में 7 जनवरी तक बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है, जबकि पंजाब के 12 जिलों में तीन दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इससे आने वाले दिनों में दुश्वारियां बढ़ सकती हैं। भारत के कई हिस्सों में तीव्र शीत लहर के कारण उत्तर भारत में ताजा बर्फबारी और अधिक बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने दिसंबर में हुई अत्यधिक बारिश के बाद जनवरी में भारत में सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है।
भारत में दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश: 2001 के बाद से सबसे अधिक बारिश वाला महीना
भारत में 2024 का दिसंबर महीना बारिश के मामले में एक ऐतिहासिक महीना साबित हुआ। यह 2001 के बाद से सबसे अधिक बारिश वाला दिसंबर रहा, जिसमें देश भर में बारिश लंबी अवधि के औसत से 73 प्रतिशत अधिक रही। उत्तर भारत के कई राज्यों जैसे कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश हुई। इस महीने में सामान्य रूप से चार से पांच की तुलना में कुल सात पश्चिमी विक्षोभ ने उत्तर भारत को प्रभावित किया। ये पश्चिमी विक्षोभ भारत में सर्दियों की अधिकांश बारिश के लिए जिम्मेदार हैं। पिछले साल दिसंबर में बर्फबारी नहीं हुई थी क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ की गतिविधि कम थी। लेकिन इस बार 7 से 10 दिसंबर, 21 से 23 दिसंबर और 26 से 30 दिसंबर तक कम से कम तीन तूफान तीव्र थे और व्यापक बारिश के साथ-साथ मौसम की पहली बर्फबारी भी हुई।
उत्तर भारत में मौसम का बड़ा बदलाव: जनवरी के पहले सप्ताह में भारी बर्फबारी और बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के प्रमुख डॉ. एम. महापात्रा ने बताया कि जनवरी के पहले सप्ताह में उत्तर भारत में मौसम में बड़ा बदलाव आने वाला है। कम से कम दो पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित करने वाले हैं, जिनमें से पहला विक्षोभ तीव्र होने की उम्मीद है और पहाड़ों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि दूसरा विक्षोभ थोड़ा कमज़ोर हो सकता है, लेकिन इसके बावजूद 5 से 7 जनवरी के आसपास मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद है।
उत्तर भारत में शीत लहर का प्रकोप: अगले दो दिनों तक घना कोहरा और बर्फबारी की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कुछ क्षेत्रों में अगले दो दिनों तक घना कोहरा और शीत दिवस की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद मौसम में सुधार होने की उम्मीद है। चार जनवरी की रात से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव का पूर्वानुमान है। दो से तीन जनवरी तक पश्चिमी हिमालयी इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है, जबकि चार और पांच जनवरी को बारिश और बर्फबारी में और तेजी आने के आसार हैं। इसके अलावा, 10 से 16 जनवरी के बीच न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, जिस दौरान अधिक शीत लहर चलने की उम्मीद है।
दिसंबर में उत्तर भारत में ठंड और बर्फबारी का कहर, दक्षिण में भारी बारिश का दौर जारी
दिसंबर में उत्तर भारत में ठंड और बर्फबारी का मौसम रहा, खासकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में। उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।इस दौरान दक्षिणी प्रायद्वीप में भी लगातार बारिश हुई। मासिक बारिश आश्चर्यजनक रूप से सामान्य से 185 प्रतिशत अधिक रही, जिसका कारण सक्रिय पूर्वोत्तर मानसून, कम दबाव प्रणाली और चक्रवात ‘फेंगल’ था। तमिलनाडु और केरल में सबसे अधिक भारी वर्षा दर्ज की गई। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि जनवरी से मार्च तक कुल मिलाकर बारिश सामान्य से कम रहने की संभावना है, लेकिन कुछ हिस्सों में सामान्य बारिश हो सकती है।