लखीमपुर खीरी, 26 अप्रैल 2025, शनिवार: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखीमपुर खीरी के पलिया में एक अनोखे अंदाज में अपनी मौजूदगी दर्ज की। हेलीपैड पर उतरते ही वे सीधे शारदा नदी की लहरों के बीच बोट पर सवार हुए और नदी के चैनलाइजेशन कार्य का जायजा लिया। उनके इस दौरे ने न सिर्फ स्थानीय लोगों का ध्यान खींचा, बल्कि बाढ़ नियंत्रण की दिशा में एक नई उम्मीद भी जगाई।
जलशक्ति मंत्री के साथ लिया जायजा
दोपहर करीब 12 बजे सीएम योगी पलिया पहुंचे, जहां जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और स्थानीय अधिकारी उनके स्वागत में मौजूद थे। लाइफ जैकेट पहनकर सीएम बोट पर चढ़े, उनके साथ मंत्री, डीएम और अन्य अधिकारी भी सवार थे। नदी के बीच से उन्होंने चैनलाइजेशन कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया और अधिकारियों से प्रगति की जानकारी ली। यह दृश्य न केवल प्रशासनिक सक्रियता का प्रतीक था, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी एक आश्वासन था।
जनसभा में गूंजा बाढ़ नियंत्रण का संदेश
नदी का दौरा करने के बाद सीएम कार से पलिया लौटे और एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। मंच पर स्थानीय विधायकों और जिले के प्रभारी मंत्री के साथ हजारों की भीड़ ने तालियों और नारों से उनका स्वागत किया। विधायक रोमी साहनी ने उन्हें प्रतीक चिन्ह भेंट किया। अपने संबोधन में सीएम ने शारदा नदी के चैनलाइजेशन को बाढ़ से निपटने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने कहा, “यह पहल पलिया को बाढ़ के कहर से बचाएगी और क्षेत्र में समृद्धि लाएगी।”
चैनलाइजेशन: बाढ़ से मुक्ति की राह
शारदा नदी का चैनलाइजेशन न केवल बाढ़ नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यावरण संतुलन के लिए भी एक वरदान साबित हो सकता है। सीएम योगी का यह दौरा और उनकी प्रतिबद्धता दर्शाती है कि उत्तर प्रदेश सरकार बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए कितनी गंभीर है।
पलिया की जनता के चेहरों पर इस दौरे ने नई उम्मीद की किरण जगा दी है। अब देखना यह है कि यह अभिनव पहल कब तक धरातल पर अपनी पूरी ताकत दिखाएगी।