✍️ अनिता चौधरी
लखनऊ, 23 नवंबर 2024, शनिवार। उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की शानदार जीत ने पार्टी के लिए एक बड़ी राहत की खबर लेकर आई है। यह जीत लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी के लिए एक बड़ा मोरल बूस्टर है। इस जीत का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया जा सकता है, जिन्होंने इस चुनाव में पूरी तरह से अपनी देखरेख में काम किया है। उनकी मेहनत और रणनीति ने पार्टी को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुंदरकी विधानसभा सीट पर जीत से अयोध्या का जख्म जो बीजेपी को मिला था, वो भर गया है। यह जीत पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह दर्शाती है कि पार्टी उत्तर प्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखने में सफल रही है।
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के पीछे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने इस बार के उपचुनाव में उम्मीदवारों का चयन स्वयं किया था, जिससे पार्टी को बड़ी जीत मिली है। इस बार के उपचुनाव में भाजपा ने 9 में से 6 सीटें जीती हैं, जो कि पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रणनीति और नेतृत्व ने पार्टी को यह जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह जीत पार्टी के लिए एक बड़ा मोरल बूस्टर है, खासकर लोकसभा चुनाव में हार के बाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस जीत ने यह साबित कर दिया है कि वह उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए एक मजबूत नेतृत्व प्रदान कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार के उपचुनाव में बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। उन्होंने खुद उम्मीदवारों का चयन किया और लगातार बैठकें कीं। सीएम योगी ने 30 लोगों की एक टीम तैयार की, जिसमें कई मंत्री और विधायक शामिल थे। हर विधानसभा सीट के लिए दो लोगों की टीम तैयार की गई, जो उस क्षेत्र में जाकर लोगों को पार्टी के खिलाफ विपक्ष द्वारा फैलाई गईं भ्रांतियों को दूर करने का काम किया। सीएम योगी की इस रणनीति ने पार्टी को बड़ी जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का “कटेंगे तो बटेंगे” नारा उपचुनाव में कारगर साबित हुआ है। इस नारे ने हिंदू वोटों का एकीकरण किया और इसका असर कुंदरकी सीट पर भी दिखा है। समाजवादी पार्टी ने इस नारे के जवाब में कई नारे निकाले, लेकिन वे फुस्स साबित हो गए। सीएम योगी की इस रणनीति ने पार्टी को बड़ी जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुंदरकी सीट पर मुस्लिम राजपूतों का भी बड़ा योगदान रहा है, जो इस बात का प्रमाण है कि सीएम योगी की रणनीति ने सभी समुदायों को एकजुट करने में सफलता प्राप्त की है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में संपन्न हुए उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। उन्होंने हर विधानसभा सीट पर प्रचार करने पहुंचे और खुद सीटों का मैनेजमेंट कर रहे थे और मॉनिटरिंग कर रहे थे। यह उपचुनाव सीएम योगी की साख का सवाल था, क्योंकि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अंदरखाने उनका विरोध शुरू हो गया था। लेकिन सीएम योगी ने इस बार उपचुनाव के जरिए अपनी ताकत का एहसास पार्टी को करा दिया है।
सीएम योगी की इस रणनीति ने पार्टी को बड़ी जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने अपनी प्रचार रैलियों में लोगों को आकर्षित किया और अपने विरोधियों को चुनौती दी। इस जीत के साथ, सीएम योगी ने अपनी ताकत और प्रभाव का प्रदर्शन किया है। यह जीत पार्टी के लिए एक बड़ा मोरल बूस्टर है, खासकर लोकसभा चुनाव में हार के बाद।