लखनऊ, 16 मई 2025, शुक्रवार। उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना में लापरवाही बरतने वालों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है। इस मिशन में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत 183 अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की गई है। इसमें 122 अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनिक जांच शुरू की गई, 55 को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई, और 6 को निलंबित किया गया। सबसे अधिक कार्रवाई अधिशासी अभियंताओं पर हुई, जहां 59 पर जांच, 44 को प्रतिकूल प्रविष्टि और 4 को निलंबन का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, 7 मुख्य अभियंताओं, 32 सहायक अभियंताओं और 19 अवर अभियंताओं पर भी कार्रवाई हुई।
सीएम योगी ने स्पष्ट किया, “योजनाओं में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। हर घर तक समय पर गुणवत्तायुक्त शुद्ध पेयजल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है।” उनकी इस सख्ती से पारदर्शिता और जवाबदेही को बल मिला है। उत्तर प्रदेश ने जल जीवन मिशन के तहत देश में सबसे अधिक नल कनेक्शन प्रदान कर पहला स्थान हासिल किया है, जो राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। योगी सरकार की यह कार्रवाई न केवल मिशन की गति को बनाए रखेगी, बल्कि अन्य योजनाओं के लिए भी एक मिसाल कायम करेगी।