मुख्यमंत्री व शहर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ चार दिन में ताबड़तोड़ 20 जनसभाएं करके गोरखपुर-बस्ती मंडल के मतदाताओं को साधेंगे। वह रोड शो भी करेंगे। दोनों मंडलों में विधानसभा की 41 सीटें हैं। इन पर छठवें चरण में तीन मार्च को मतदान होना है।
छठवें चरण के चुनाव से पहले भाजपा ने प्रचार में ताकत झोंक दी है। गोरखपुर-बस्ती मंडल का चुनाव भी इसी चरण में होना है। सबसे ज्यादा मांग योगी आदित्यनाथ की है। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि 26, 27, 28 फरवरी और एक मार्च को योगी आदित्यनाथ जनसभा करेंगे। कुछ विधानसभा क्षेत्रों में रोड शो भी कर सकते हैं। इसका खाका तैयार कर लिया गया है।
छठवें चरण का चुनाव प्रचार एक मार्च को शाम छह बजे खत्म होगा। इससे पहले ही 41 विधानसभा सीटों में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे। योगी, शहर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी भी हैं। लिहाजा, शहर के मतदाताओं से संवाद करते रहेंगे। घर-घर जाकर वोट मांग सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, छठवें और सातवें चरण के चुनाव से पहले ही योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में ही कैंप करेंगे। गोरखनाथ मंदिर में रात्रि विश्राम करके यहीं से चुनाव प्रचार में निकलेंगे।
बस्ती-महराजगंज में पीएम मोदी की जनसभाएं
गोरखपुर-बस्ती मंडल की चुनावी जंग जीतने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दम लगाएंगे। प्रधानमंत्री 27 फरवरी को बस्ती में जनसभा करके मतदाताओं को साधेंगे। पिछले चुनाव में बस्ती मंडल के तीन जिलों से भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था। बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर की 13 सीटें भाजपा व सहयोगी दलों ने जीती थीं। इसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महराजगंज में जनसभा करेंगे। देवरिया में भी जनसभा कर सकते हैं।
28 फरवरी को रोड शो करेंगे गृहमंत्री अमित शाह
गृहमंत्री अमित शाह भी चुनाव प्रचार में ताकत झोकेंगे। भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, गृहमंत्री 28 फरवरी को गोरखपुर में रोड शो कर सकते हैं। यह रोड शो, शहर व ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में होगा। शहर से योगी आदित्यनाथ व ग्रामीण से विपिन सिंह भाजपा प्रत्याशी हैं। रोड शो टाउनहॉल से शुरू होगा।
पिछले चुनाव में मिली थी बड़ी सफलता
2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को गोरखपुर-बस्ती मंडल में बड़ी सफलता मिली थी। पार्टी व उसके सहयोगी दलों ने 37 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा को अकेले 35 सीटें मिली थीं। अपना दल (एस) व सुभासपा को एक-एक सीट मिली थी। सपा, बसपा और कांग्रेस को मिलाकर चार सीटें मिली थीं।