देहरादून, 06 अगस्त 2025: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को अपने आंध्र प्रदेश दौरे को तत्काल रद्द कर देहरादून स्थित आईटी पार्क आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर उत्तरकाशी के हर्षिल क्षेत्र में धराली गांव में बादल फटने से उत्पन्न आपदा की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि सरकार के लिए प्रत्येक व्यक्ति की जान अमूल्य है।
मुख्यमंत्री ने सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और अन्य राहत एजेंसियों को प्रभावी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। अब तक 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। प्रभावित क्षेत्र में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी शैक्षणिक और अन्य संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया गया है। साथ ही, बिजली और संचार व्यवस्था को जल्द ही बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम धामी ने प्रभावितों के लिए तत्काल भोजन, आवास, दवाइयों और कपड़ों की व्यवस्था करने के लिए होटल, होमस्टे और स्कूलों में राहत शिविर स्थापित करने का आदेश दिया। उन्होंने वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर की मदद से खाद्य पैकेट एयरड्रॉप करने और लोगों को एयरलिफ्ट करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, हर्षिल क्षेत्र में बन रही झील को जल्द से जल्द खोलने के लिए सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से समन्वय करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने उन लोगों के लिए वैकल्पिक आवास व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जो बेघर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति के साथ खड़ी है और उनके जीवनयापन की पूरी जिम्मेदारी लेगी। मुआवजा वितरण की प्रक्रिया को भी तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम ने उत्तरकाशी में पूर्व में जिलाधिकारी रहे अपर सचिव डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, अभिषेक रोहिल्ला और गौरव कुमार को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही अपर सचिव विनीत कुमार को उत्तरकाशी में कैंप करने का आदेश दिया। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे को शासन स्तर पर नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
नेताला में अवरुद्ध मार्ग को मंगलवार रात 8 बजे खोल दिया गया, जिसके बाद जिलाधिकारी उत्तरकाशी, एसपी और राहत दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। खाद्य और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी मौके पर भेजी जा रही हैं। पीडब्ल्यूडी, जल संस्थान और ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को मौके पर डटे रहने, डॉक्टरों और दवाइयों की व्यवस्था करने, साथ ही पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया को घटनास्थल पर ही पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, डीजीपी दीपम सेठ, सचिव शैलेश बगौली, पंकज पांडे, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।